जम्मू-कश्मीर में इस साल पर्यटकों की संख्या ने 75 सालों का रिकॉर्ड तोड़ डाला
इस साल अब तक रिकॉर्ड 1 करोड़ 62 लाख पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर की यात्रा की, जो आजादी के बाद से यानि पिछले 75 वर्षों में सबसे अधिक है। यह आंकड़ा केंद्र शासित प्रदेश के संपूर्ण विकास और बदलाव का सबसे बड़ा गवाह है।
जो लोग कहते थे कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने पर आग लग जायेगी, खून की नदियां बह जायेंगी उन्हें देश के लोगों ने तगड़ा जवाब दे दिया है। 370 हटने के बाद विभिन्न केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिलने से जहां केंद्र शासित प्रदेश के लोग बेहद खुश हैं वहीं सुरक्षा हालात में बदलाव आने के चलते देशभर के पर्यटक जम्मू-कश्मीर की यात्रा कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में यात्रा चाहे धर्मस्थलों की हो या फिर कश्मीर की वादियों की, पर्यटक बस खिंचे चले आ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की आवक इतनी बढ़ी है कि पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गये हैं।
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जी हाँ, इस साल अब तक रिकॉर्ड 1 करोड़ 62 लाख पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर की यात्रा की, जो आजादी के बाद से यानि पिछले 75 वर्षों में सबसे अधिक है। यह आंकड़ा केंद्र शासित प्रदेश के संपूर्ण विकास और बदलाव का सबसे बड़ा गवाह है। देखा जाये तो तीन दशकों के बाद कश्मीर लाखों पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। पर्यटन विशेषज्ञों का तो यहां तक कहना है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कश्मीर में पर्यटन के स्वर्ण युग की वापसी हो गयी है। अभी तक सरकार से जुड़े लोग जम्मू-कश्मीर के विकास के दावे किया करते थे लेकिन अब पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोग भी कह रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर आने वाले पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या केंद्र शासित प्रदेश में हुए समग्र विकास और बदलाव को दर्शाती है। उल्लेखनीय है कि पर्यटन जम्मू-कश्मीर में रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत है, ऐसे में पर्यटकों की बढ़ी तादाद ने यहां के लोगों को रोजगार के अनेकों अवसर मुहैया कराये हैं। इसके अलावा इस साल अमरनाथ यात्रियों की संख्या के भी पिछले रिकॉर्ड टूट गये और 3 लाख 65 हजार से ज्यादा अमरनाथ यात्री आये थे। हम आपको बता दें कि पर्यटन क्षेत्र की इस उपलब्धि का जिक्र केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपनी हालिया जम्मू-कश्मीर यात्रा के दौरान किया था।
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