उपराष्ट्रपति ने मायावती का राज्यसभा से इस्तीफा मंजूर किया
सभापति हामिद अंसारी को तीन पन्नों के भेजे गये पत्र में उन्होंने केंद्र सरकार पर विभिन्न आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह किया था।
बसपा प्रमुख मायावती का राज्यसभा से इस्तीफा आज स्वीकार कर लिया गया। मायावती ने सदन में बोलने नहीं देने का आरोप लगाकर मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था। सभापति हामिद अंसारी को तीन पन्नों के भेजे गये पत्र में उन्होंने केंद्र सरकार पर विभिन्न आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह किया था। मायावती का सदन में अभी नौ महीने का कार्यकाल बचा हुआ था।
61 वर्षीय मायावती ने निर्धारित प्रारूप के अनुरूप एक नया इस्तीफा दिया जो हस्तलिखित और एक पंक्ति का था। मायावती का पहला इस्तीफा पत्र तय प्रारूप के मुताबिक नहीं था। सूत्रों का कहना है कि उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने मायावती से बात कर उनका पक्ष जाना तथा उसके बाद उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। मायावती के इस्तीफे को बसपा अध्यक्ष का बड़ा दांव माना जा रहा है क्योंकि उनके सामने 2019 से पहले अपनी पार्टी को चुनावों का सामना करने के लिए तैयार करना है।
उल्लेखनीय है कि पहले 2014 के लोकसभा चुनावों में बसपा का खाता भी नहीं खुला और हालिया उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में पार्टी के 403 उम्मीदवारों में से मात्र 19 ही जीत पाये। फिलहाल मायावती के पास राज्यसभा में वापस लौटने के लिए पर्याप्त पार्टी विधायक नहीं हैं। उन्हें हाल ही में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपनी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा भेजने की पेशकश की है।
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