Rajasthan: नजीते से पहले बोले Ashok Gehlot, एग्जिट पोल चाहे कुछ भी कहें, कांग्रेस बनाएगी सरकार
गहलोत ने आगे कहा कि पहला कारण यह है कि सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है, ऐसा विशेषज्ञ भी कह रहे हैं। दूसरे हैं सीएम। बीजेपी के वोटर भी यही कहेंगे कि सीएम ने विकास कार्य करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
राजस्थान में 200 में से 199 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो चुके हैं। 25 नवंबर को राज्य में एक चरण में चुनाव हुए। राजस्थान में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। राजस्थान चुनाव के नतीजे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना के साथ ही 3 दिसंबर को आएंगे। राजस्थान में कांग्रेस के समक्ष सत्ता बचाने की बड़ी चुनौती है और भाजपा से उसे कड़ी टक्कर भी मिल रही है। इन सब के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल चाहे कुछ भी कहें, राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनाएगी। पांचों राज्यों में से किसी में भी बीजेपी नहीं जीत रही है। राजस्थान में जनता हमारी सरकार दोहराएगी और इसके 3 कारण हैं।
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सत्ता विरोधी लहर नहीं
गहलोत ने आगे कहा कि पहला कारण यह है कि सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है, ऐसा विशेषज्ञ भी कह रहे हैं। दूसरे हैं सीएम। बीजेपी के वोटर भी यही कहेंगे कि सीएम ने विकास कार्य करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। तीसरी है प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, भाजपा मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों द्वारा बोली जाने वाली भाषा। वह भाषा किसी को पसंद नहीं आयी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में भाजपा ने धर्म की आड़ में डरावनी और तनाव भरी बातें कीं। अगर भाजपा का धर्म का कार्ड चल गया तो अलग बात है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि अगर धर्म का कार्ड नहीं चला तो हम सरकार बनाएंगे।
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भाजपा पर वार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यूपी की सुल्तानपुर अदालत के समन पर राजस्थान के सीएम और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि इसकी कीमत उन्हें (भाजपा को) 2024 में चुकानी पड़ेगी। पीएम मोदी की जो आभा पहले थी, वह अब नहीं रही। वे यह नहीं समझ पा रहे हैं कि...वे लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं।' ईडी, आईटी और सीबीआई को लोगों के घरों में भेजा जा रहा है और वे इन एजेंसियों की विश्वसनीयता खत्म कर रहे हैं...लोगों को अब एहसास होने लगा है कि वे करते कुछ और हैं और कहते कुछ और हैं।
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