कांग्रेस पर बरसे कुलदीप बिश्नोई, बोले- 'आत्मविनाश मोड' में है पार्टी, दबाव में निर्णय लेते हैं राहुल गांधी
कांग्रेस के बागी विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस आत्म-विनाश मोड में है और राहुल गांधी को एक दुर्गम नेता हैं जो दबाव में निर्णय लेते हैं। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी 3-4 लोगों से सलाह-मशविरा करने के बाद निर्णय लेते हैं। ऐसे में उनके गलत फैसलों से हमें बार-बार नुकसान हो रहा है।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के बागी विधायक कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर बुधवार को निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी 3-4 लोगों से सलाह-मशविरा करने के बाद निर्णय लेते हैं। ऐसे में उनके गलत फैसलों की वजह से हमें बार-बार नुकसान होता है। कुलदीप बिश्नोई ने 10 जून को संपन्न हुए राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करके कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन की जीत की संभावनाओं को समाप्त कर दिया था। जिसके बाद पार्टी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें सभी पदों से हटा दिया गया।
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राजनीति की नब्ज नहीं समझते नेता !
अंग्रेजी समाचार वेबसाइट 'द इंडियन एक्सप्रेस' को दिए इंटरव्यू में कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस आत्म-विनाश मोड में है और राहुल गांधी को एक दुर्गम नेता हैं जो दबाव में निर्णय लेते हैं। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी 3-4 लोगों से सलाह-मशविरा करने के बाद निर्णय लेते हैं। ऐसे में उनके गलत फैसलों से हमें बार-बार नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा कि आपको क्या लगता है ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी क्यों छोड़ी ? क्योंकि राहुल गांधी किसी से नहीं मिलते हैं। उनकी (राहुल गांधी) मंडली खराब है। ये वो लोग हैं जो राजनीति नहीं समझते। विदेशी शिक्षा वाले लोग यहां वोट नहीं जीत सकते। लोगों की नब्ज समझने वालों को मंडली में होना चाहिए, लेकिन दुख की बात है कि ऐसा नहीं हो रहा है।
कुलदीप बिश्नोई ने आगे कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लूंगा। लेकिन हर कोई जानता है कि उस मंडली में वे लोग हैं जिन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा, कभी कोई चुनाव नहीं जीता या शायद दो दशक पहले अपनी आखिरी चुनावी लड़ाई जीती है। ऐसे लोग मतदाता की नब्ज को कैसे समझ सकते हैं ?
हुड्डा पर भी कुलदीप बिश्नोई
बागी विधायक ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा बार-बार फेल हुए हैं। उन्हें 2009, 2014 और 2019 में खुली छूट दी गई थी। वह तीनों मौकों पर विफल रहे और हरियाणा में सरकार के लिए बहुमत हासिल नहीं कर सके। 2009 में उन्होंने मेरे पांच विधायकों को खरीदा और सरकार बनाई। आपको बता दें कि कुलदीप बिश्नोई ने अपनी हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था।
उन्होंने बताया कि साल 2014 में वह (हुड्डा) बुरी तरह विफल रहे और भाजपा पूर्ण बहुमत से जीत गई। 2019 में वह कांग्रेस का चेहरा थे और उनके पास एक स्वतंत्र हाथ था, फिर भी वे असफल रहे और भाजपा ने जजपा के साथ सरकार बनाई। कुलदीप बिश्नोई ने बताया कि करीब दो महीने पहले राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में हम सभी को खुलकर बात करने को कहा गया था। हुड्डा भी वहां पर मौजूद थे। मैंने इशारा किया था कि यह वो आदमी है जो बार-बार असफल हुआ है। लोग जानते हैं कि वह जाति और क्षेत्र की राजनीति करते हैं।
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उन्होंने बताया कि मैंने राहुल गांधी से कहा कि भगवान के लिए अगर आदमी बार-बार फेल हुआ है तो उसे दूसरी नौकरी दे दो। वह इस काम के लायक नहीं है। वह एक अच्छे नेता हैं लेकिन वे एक जाति और एक क्षेत्र के नेता हैं। मैंने राहुल गांधी से कहा कि हम सामूहिक रूप से एक टीम के रूप में एक साथ काम कर सकते हैं, लेकिन अगर आप इस एक आदमी को खुली छूट देते हैं, तो वह फिर से असफल हो जाएगा।
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