हाथरस गैंगरेप मामले में बोले राहुल गांधी, यूपी के ‘जगलराज’ ने एक और युवती को मार डाला

Rahul Gandhi

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है व महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जवाबदेही है।

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित दलित लड़की की मौत के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में ‘जंगलराज’ स्थापित हो गया है तथा ऐसी घटनाओं के लिए प्रदेश सरकार की जवाबदेही बनती है। पार्टी ने यह भी कहा कि इस मामले में त्वरित न्याय सुनिश्चित होना चाहिए और शुरुआत में घटना को ‘आधिकारिक रूप से’ फर्जी खबर बताने के लिए भाजपा सरकार को माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘उप्र के ‘वर्ग-विशेष’ के जंगलराज ने एक और युवती को मार डाला। सरकार ने कहा कि ये फ़ेक न्यूज़ है और पीड़िता को मरने के लिए छोड़ दिया। ना तो ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना फ़ेक थी, ना ही पीड़िता की मौत और ना ही सरकार की बेरहमी।’’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है व महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जवाबदेही है। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस घटना के विरोध में दिल्ली में विजय चौक पर प्रदर्शन किया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी एल पूनिया और दिल्ली प्रद्रेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमृता धवन तथा कई अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। गौरतलब है कि हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘ हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही। हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक बलात्कार की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है।’’ प्रियंका ने दावा किया, ‘‘उप्र में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। योगी आदित्यनाथ जी, उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं।’’ 

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कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह घटना उत्तर प्रदेश की सरकार पर बहुत बड़ा कलंक है। इस घटना के सामने आने के बाद आठ दिनों तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। जब मीडिया में खबरे आईं और दबाव बनने लगा तो मामला दर्ज किया गया। यही नहीं, इस घटना को आधिकारिक तौर पर फर्जी खबर बताया गया ताकि लीपापोती की जा सके।’’ उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार समय रहते कदम उठाती तो लड़की की जान बच जाती। कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया, ‘‘ इस मामले में कदम उठाने में देरी क्यों की गई? आरोपियों के खिलाफ रासुका क्यों नहीं लगाया जा रहा है? क्या इससे बड़ा मामला भी हो सकता है? बुल्डोजर चलवाने के शौकीन योगी जी इन आरोपियों के मकानों पर बुल्डोजर क्यों नहीं चलवाते हैं?’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘उत्तर प्रदेश में निरंतर इस तरह की घटनाएं हो रही है। गोरखपुर, शाहजहांपुर, बाराबंकी तथा कई अन्य जिलों में ऐसी घटनाएंहो चुकी हैं। कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है, इसीलिए ऐसी जघन्य घटनाएं हो रही हैं।’’ सुप्रिया ने यह सवाल भी किया, ‘‘ प्रधानमंत्री जी इस घटना पर चुप क्यों हैं? पूर्व में प्रधानमंत्री को चूड़ियां भेजने वाली महिला नेता खामोश क्यों हैं?’’ कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘योगी आदित्यनाथ सरकार को इसका जवाब देना होगा। मुख्यमंत्री जी पहले अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश की बात करते थे, लेकिन राज्य को अपराध का गढ़ बना दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ इस मामले में जल्द न्याय मिलना चाहिए। आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। पीड़िता का परिवार एक वंचित वर्ग से ताल्लुक रखता है, इसलिए उसे सहायता मिलनी चाहिए। घटना को आधिकारिक रूप से फर्जी खबर बताने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार को माफी मांगनी चाहिए। 

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