अमरिंदर ने हरसिमरत को बताया आदतन झूठा, बोले- धर्म को बीच में लाने में उन्हें नहीं आती शर्म
मुख्यमंत्री ने शिरोमणि अकाली दल नेता द्वारा लगाये गए आरोपों को खारिज किया और कहा कि ये झूठ का एक और पुलिंदा जो उनकी विकृत मानसिकता को दिखाता है, और ऐसा लगता है कि लोगों को मूर्ख बनाकर और उन्हें भ्रमित करके सुख मिलता है।
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को रविवार को ‘आदतन झूठा’ बताया। वह इन आरोपों पर प्रतिक्रिया जता रहे थे कि राज्य सरकार एसजीपीसी द्वारा लंगर के लिए सामग्री की खरीद पर जीएसटी की अपनी हिस्सेदारी वापस करने के अपने वादे पर मुकर गई। सिंह ने एक बयान में कहा, वह आदतन झूठी हैं और अपने क्षुद्र राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें धर्म को बीच में लाने में भी शर्म नहीं आती। मुख्यमंत्री ने शिरोमणि अकाली दल नेता द्वारा लगाये गए आरोपों को खारिज किया और कहा कि ये झूठ का एक और पुलिंदा जो उनकी विकृत मानसिकता को दिखाता है, और ऐसा लगता है कि लोगों को मूर्ख बनाकर और उन्हें भ्रमित करके सुख मिलता है।
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उन्होंने कहा कि राज्य में (चार सीटों के लिए) आगामी विधानसभा उपचुनाव के लिए कोई अर्थपूर्ण राजनीतिक मुद्दे के अभाव में, हरसिमरत और अकाली का शेष नेतृत्व लोगों को झांसा देने के लिए पूरी तरह से झूठ का सहारा ले रहा है। बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत ने शनिवार को राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया था कि वह एसजीपीसी द्वारा लंगर के लिए की गई खरीद पर वसूली गई जीएसटी में अपनी हिस्सेदारी वापस नहीं कर रही है। सिंह ने कहा कि तथ्य यह है कि राज्य सरकार ने स्वर्ण मंदिर, श्री दुर्ग्याणा मंदिर और श्री वाल्मीकि स्थल, राम तीरथ के संबंध में पंजाब के हिस्से के 100 प्रतिशत जीएसटी रिफंड को न केवल अधिसूचित किया है, बल्कि अमृतसर के उपायुक्त को इस वर्ष मई में चार करोड़ रुपये आवंटित भी किए थे।
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