अशोक गहलोत और अखिलेश पर प्रमोद कृष्णम का निशाना, शिवलिंग हमारे आस्था के विषय, इसे तमाशा नहीं कह सकते
प्रमोद कृष्णम ने साफ तौर पर कहा कि शिवलिंग हमारी आस्था का विषय है, इसे कोई तमाशा नहीं कह सकता। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक प्रमोद कृष्णम ने कहा कि 'शिवलिंग' हमारी आस्था का विषय है। हमारी पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने खुद कहा है कि वह एक 'शिव भक्त' हैं।
ज्ञानवापी मामले को लेकर लगातार राजनीति तेज है। हाल में ही वाराणसी कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे और फोटोग्राफी कराई गई थी। इस सर्वे और फोटोग्राफी के बाद हिंदू पक्ष का दावा है कि वहां शिवलिंग मिला है जबकि मुस्लिम पक्ष उसे फव्वारा बता रहा है। इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी खूब हो रही है। अब इन्हीं बयानबाजी को लेकर कांग्रेस नेता और संत प्रमोद कृष्णम ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रमोद कृष्णम ने साफ तौर पर कहा कि शिवलिंग हमारी आस्था का विषय है, इसे कोई तमाशा नहीं कह सकता। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक प्रमोद कृष्णम ने कहा कि 'शिवलिंग' हमारी आस्था का विषय है। हमारी पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने खुद कहा है कि वह एक 'शिव भक्त' हैं।
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इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा कि सनातन धर्म सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाता है लेकिन हमारे अपने धर्म का अपमान करने की अनुमति नहीं देता। उन्होंने कहा कि सपा नेता अखिलेश यादव हों या राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, 'शिवलिंग' को 'तमाशा' नहीं कहा जा सकता, यह आस्था का विषय है। कृष्णम ने कहा कि दुर्भाग्य से, हमारी पार्टी के कुछ नेता खुद को अधिक उदार दिखाने की कोशिश में 'शिवलिंग' का मजाक उड़ा रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा कि हमारी पार्टी 'सर्वधर्म संभव' की विचारधारा पर काम करती है। हम महात्मा गांधी के अनुयायी हैं।
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ज्ञानवापी मामले पर पी कृष्णम ने कहा कि कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे। मेरे लिए पूरा देश एक मंदिर है। बीजेपी मंदिरों में वोट खोजती है, हम शिवलिंग में भगवान की तलाश करते हैं। आपको बता दें कि वाराणसी के ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में जिला जज ए. के. विश्वेश की अदालत ने सोमवार को इस बात को लेकर अपना फैसला मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रखा कि किस मामले पर पहले सुनवाई होगी। हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता मदन मोहन यादव ने बताया कि ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में दोनों पक्षों की ओर से कई याचिकाएं दाखिल की गई हैं। किस याचिका पर पहले सुनवाई होगी, जिला न्यायाधीश ए.के. विश्वेव की अदालत इस पर मंगलवार को फैसला सुनायेगी।
Be it SP leader Akhilesh Yadav or Rajasthan CM Ashok Gehlot, 'Shivling' cannot be termed as 'Tamasha', this is a matter of faith. Unfortunately, some leaders of our party in an attempt to show themselves as more liberal are making fun of 'Shivling':Congress leader Pramod Krishnam pic.twitter.com/hOLbGirNCr
— ANI (@ANI) May 23, 2022
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