'द्रौपदी मुर्मू को कांग्रेस ने पहले भी किया अपमानित', प्रह्लाद जोशी बोले- बिना शर्त माफी मांगे अधीर रंजन
अपने बयान में अरे प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अधीर रंजन ने माफी नहीं मांगी है, दूसरी बात ये है कि जब द्रौपदी मुर्मू जी का नाम राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया गया था तब भी कांग्रेस पार्टी द्वारा उन्हें अपमानित किया गया इसे देखते हुए सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर अधीर रंजन चौधरी द्वारा दिए गए बयान पर आज भी संसद में जबरदस्त तरीके से हंगामा हुआ। भाजपा लगातार विपक्षी पार्टी कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रही है। भाजपा की ओर से अधीर रंजन चौधरी के साथ-साथ सोनिया गांधी की ओर से भी माफी मांगने की बात कही जा रही है। इन सबके बीच प्रह्लाद जोशी ने बड़ा बयान देते हुए साफ तौर पर कहा है कि अधीर रंजन चौधरी को बिना शर्त माफी मांगनी होगी। अपने बयान में अरे प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अधीर रंजन ने माफी नहीं मांगी है, दूसरी बात ये है कि जब द्रौपदी मुर्मू जी का नाम राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया गया था तब भी कांग्रेस पार्टी द्वारा उन्हें अपमानित किया गया इसे देखते हुए सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
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कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये सरासर भाजपा की गलती है, उन्होंने (अधीर रंजन चौधरी) माफी मांग ली है उन्होंने कहा है कि वे बंगाली हैं और उन्हें हिंदी की थोड़ी दिक्कत होती है। इसके बावजूद भी आप हंगामा कर रहे हैं, ये शर्म की बात है, आप सोनिया गांधी को इसमें घसीट रहे हैं। अधीर रंजन चौधरी आज कहा कि कल मुझे संसद में मेरे खिलाफ दर्ज शिकायतों का जवाब देने का मौका नहीं दिया गया था। मैंने आज संसद में जवाब देने का मौका मांगा है। इसके साध ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से कल संसद में सोनिया गांधी पर निशाना साधा गया। सरकार को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं इस विवाद के केंद्र में हूं। लेकिन बीजेपी सोनिया गांधी पर हमला कर रही है।
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वहीं, राज्यसभा की बैठक शुक्रवार को अलग-अलग मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के कारण आज भी उच्च सदन में ना तो शून्यकाल और ना ही प्रश्नकाल चल सका। इसके अलावा कांग्रेस और भाजपा सांसदों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
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