बिजली संकट: केजरीवाल ने फिर कहा- स्थिति गंभीर है, हालात सुधारने के लिए कर रहे काम
केजलीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की आपूर्ति करने वाले उत्पादन संयंत्रों में कोयला और गैस पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था।
कोयले की कमी के कारण दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों में बिजली संकट की आशंका जताई जा रही है। इसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से बड़ा बयान दिया है। केजरीवाल ने इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि स्थिति गंभीर है और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि हम सब मिलकर स्थिति को सुधारने के लिए काम कर रहे हैं। इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि कोयले की कमी के कारण राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। हम केंद्र के साथ मिलकर पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम नहीं चाहते किसी भी तरह की आपात स्थिति पैदा हो।
हम केंद्र के साथ मिलकर पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम नहीं चाहते किसी भी तरह की आपात स्थिति पैदा हो। इस समय पूरे देश में स्थिति काफी नाज़ुक है। कई मुख्यमंत्री इस बारे में केंद्र सरकार को पत्र लिख चुके हैं: दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल, देशभर में कोयले की आपूर्ति में कमी पर pic.twitter.com/hrCj25YVlL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 11, 2021
PM मोदी को लिखा था पत्र
केजलीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की आपूर्ति करने वाले उत्पादन संयंत्रों में कोयला और गैस पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था। पत्र में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का ध्यान अगस्त/सितंबर से जारी कोयले की कमी पर आकृष्ट कराया। उन्होंने लिखा, दिल्ली को बिजली आपूर्ति करने वाले प्रमुख केंद्रीय उत्पादन संयंत्र इससे प्रभावित हैं। केजरीवाल ने अन्य संयंत्रों से, दिल्ली में बिजली की आपूर्ति करने वाले दादरी-दो और झज्जर टीपीएस जैसे संयंत्रों को उचित मात्रा में कोयला उपलब्ध कराने के वास्ते हस्तक्षेप करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया। उन्होंने शहर में बिजली की आपूर्ति करने वाले बवाना, प्रगति-एक और जीटीपीएस को गैस आवंटित करने का भी अनुरोध किया।
इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi's Newsroom। लखीमपुर खीरी को लेकर महाराष्ट्र बंद । कोयला संकट के बीच सियासत तेज
अरविंद केजरीवाल ने फैलाया भ्रम: केंद्र
इस मुद्दे पर ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बीएसईएस और टाटा पावर के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि हमने आज सभी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी बिजली की आपूर्ति हो रही है और होती रहेगी। आरके सिंह ने कहा कि बिना आधार के ये पैनिक इसलिए हुआ क्योंकि गेल ने दिल्ली के डिस्कॉम को एक मैसेज भेज दिया कि वो बवाना के गैस स्टेशन को गैस देने की कार्रवाई एक या दो दिन बाद बंद करेगा। आरके सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रम फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारे पास पर्याप्त स्टॉक है और बिजली का कोई संकट नहीं है।
अन्य न्यूज़