प्रदेश के गरीबों ने की सरकार से मांग, कहा - अन्न उस्तव में गेंहू और चावल के साथ मिलना चाहिए दाल, नमक और तेल
भोपाल के हितग्राही ने बताया कि उन्हें प्रतिव्यक्ति 10 किलो अनाज दिए गए हैं। 5 किलो अनाज तो अमूमन दिए जाते हैं लेकिन इस बार 5 किलो एक्स्ट्रा अनाज दिया गया है। जब राशन किट में दाल के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा हम गरीबों की किस्मत में दाल कहां है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में आज धूम-धाम से अन्न उत्सव मनाया जा रहा है। इस उस्तव की शुरुवात पीएम मोदी के वर्चुअल संबोधन से हुई है। राज्यभर में प्रचार प्रसार के साथ गरीबों को मुफ्त अनाज दी जा रही है। हालांकि गरीबों के राशन से दाल गायब है।
इसे भी पढ़ें:पूर्व CM कमलनाथ करेंगे बाढ़ ग्रसित इलाकों का हवाई दौरा, 3 जिलों का करेंगे अवलोकन
दरअसल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत कोरोना के चलते खाद्य संकट दूर करने के लिए गरीब परिवारों को 5 किलो अनाज प्रतिव्यक्ति के हिसाब से पांच महीने तक बांटने का ऐलान किया है। हालांकि बड़ी बात यह है कि गरीबों की थाली से दाल गायब है। जबकि खाद्य मंत्री बिसहुलाल सिंह ने जनता से वादा किया था कि राशन किट में सबकुछ दिया जाएगा।
राजधानी भोपाल के हितग्राही ने बताया कि उन्हें प्रतिव्यक्ति 10 किलो अनाज दिए गए हैं। 5 किलो अनाज तो अमूमन दिए जाते हैं लेकिन इस बार 5 किलो एक्स्ट्रा अनाज दिया गया है। जब राशन किट में दाल के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा हम गरीबों की किस्मत में दाल कहां है। बाजार में 100-150 रुपए किलो दाल मिलती है इतना महंगा खरीद भी नहीं सकते।
उन्होंने आगे कहा कि राशन किट में कम से कम चावल, आटा, दाल, नमक और तेल होना चाहिए। ताकि दाल-रोटी और दाल चावल खाकर हम गरीब अपना पेट भर सकें। लेकिन सरकार की योजना में दाल, नमक और तेल को महत्व नहीं दिया गया है।
अन्य न्यूज़