लिट्टी-चोखा से बिहार में राजनीतिक बयार, उपले की आग सा चढ़ा सियासी पारा
सोशल मीडिया हो या फिर राजनीतिक पंडित, सभी इसे बिहार चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। वह इसे बीजेपी की रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के इस लिट्टी चोखे के स्वाद ने बिहार में विरोधियों को उनपर तंज कसने का मौका दे दिया है।
बुधवार को दिल्ली के हुनर हाट पहुंच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिट्टी चोखे का स्वाद क्या चखा, बिहार में उपले की आग की तरह अब राजनीतिक पारा तेज हो गई है। प्रधानमंत्री के लिट्टी चोखा खाने के बाद से इसे राजनीति से जोड़ा जा रहा है क्योंकि इसी साल बिहार में चुनाव होने हैं। सोशल मीडिया हो या फिर राजनीतिक पंडित, सभी इसे बिहार चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। वह इसे बीजेपी की रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के इस लिट्टी चोखे के स्वाद ने बिहार में विरोधियों को उनपर तंज कसने का मौका दे दिया है।
Had tasty Litti Chokha for lunch along with a hot cup of tea... #HunarHaat pic.twitter.com/KGJSNJAyNu
— Narendra Modi (@narendramodi) February 19, 2020
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि प्रसिद्ध और स्वादिष्ट बिहारी खाना पसंद करने के लिए पीएम का धन्यवाद! क्योंकि बिहार के सीएम नहीं पूछ सकते, इसलिए मैं आपका ध्यान बिहार की उन जायज मांगों की ओर ले जाना चाहता हूं, जो काफी लंबे समय से लंबित हैं। विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, बाढ़ राहत कोष और "आयुष्मान भारत" का फंड।
Thank you respected PM for liking famous Bihari delicacy!
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 19, 2020
Since Bihar CM can’t ask, I would like to draw your kind attention towards Bihar’s legitimate share pending since quite long:
❗Special Status
❗Funds of special package
❗Flood relief fund
❗Funds of “Ayushman Bharat” https://t.co/Bs3wIstE2L
वहीं तेजस्वी यादव के बड़े भाई और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने भोजपुरी में एक ट्वीट करते हुए PM मोदी पर जोरदार हमला किया। तेज ने लिखा, "कतनो खईबऽ लिट्टी चोखा, बिहार ना भुली राउर धोखा..!" यानि कि कितना भी लिट्टी चोखा आप खाएंगे पर जो आपने धोखा किया है उसे बिहार की जनता नहीं भुलेगी।
कतनो खईबऽ लिट्टी चोखा, बिहार ना भुली राउर धोखा..! https://t.co/eM80wtlYla
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) February 19, 2020
वहीं जन अधिकार पार्टी के नेता और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने मोदी को ड्रामा किंग ऑफ द सेंचुरी करार दिया। पप्पू ने कहा,"इनका एजेंडा है- चुनाव,चुनाव और बस चुनाव। बिहारी पॉलिटिकली सबसे जागरूक हैं,लिट्टी-चोखा का चुनावी धोखा समझने में तनिक देर नहीं किया। इनकी प्लेट में चमकी बुखार से मरे 300 बच्चों का अस्थि पंजर है।अपने पापा को गला दबा देने को कहने वाले बनारसी बच्चों का खून है।"
ड्रामा किंग ऑफ द सेंचुरी
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) February 20, 2020
इनका एजेंडा है
चुनाव,चुनाव और बस चुनाव
बिहारी पॉलिटिकली सबसे जागरूक हैं,लिट्टी-चोखा का चुनावी धोखा समझने में तनिक देर नहीं किया।
इनकी प्लेट में चमकी बुखार से मरे 300 बच्चों का अस्थि पंजर है।अपने पापा को गला दबा देने को कहने वाले बनारसी बच्चों का खून है। pic.twitter.com/2Z4P6fe0xV
इसे भी पढ़ें: मोदी का मिशन बिहार, अचानक ‘हुनर हाट’ पहुंच लिया लिट्टी-चोखे का स्वाद
हालांकि सत्तापक्ष प्रधानमंत्री के लिट्टी चोखा खाये जाने को लेकर काफी उत्साहित दिख रहा है। भाजपा की सहयोगी और नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने इसे बिहार की अस्मिता से जोड़ते हुए कहा कि हम बिहारियों के स्वादिष्ट व्यंजन को प्रधानमंत्री ने सम्मान दिया है। वहीं भाजपा भी इस से गदगद नजर आ रही है। प्रधानमंत्री के लिट्टी चोखा खाने वाले फोटो आज बिहार की लगभग सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित ‘हुनर हाट’ में बुधवार को अचानक पहुंचे, वहां लिट्टी-चोखा खाया एवं कुल्हड़ की चाय पी जिसका भुगतान उन्होंने खुद किया। प्रधानमंत्री ने ‘हुनर हाट’ में मौजूद एक स्टॉल पर रुककर लिट्टी-चोखा खाया जिसके लिए उन्होंने 120 रुपये का भुगतान किया।
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