राजनीतिक दलों ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के लिए संघर्ष जारी रखने की बात दोहराई

Political parties continue struggle for restoration of J&Ks special status

जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने की दूसरी वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर इन दलों ने सवाल किया कि क्या भाजपा सरकार ने आतंकवाद का सफाया कर दिया, नौकरियां सृजित कीं और घाटी में कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास करा लिया।

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), पीपुल्स कांफ्रेंस और अपनी पार्टी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार से जम्मू कश्मीर में अनुच्छेछ 370 को निष्प्रभावी बनाने के बाद उसके द्वारा हासिल की गयी उपलब्धियों को लेकर सवाल किया और राज्य के पिछले विशेष दर्जे को बहाल करने के लिए अपना संघर्ष जारी रखने की बात दोहराई। हालांकि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी पर निशाना साधा जिन्होंने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के लिए आंदोलन शुरू करने घोषणा की है।

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जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने की दूसरी वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर इन दलों ने सवाल किया कि क्या भाजपा सरकार ने आतंकवाद का सफाया कर दिया, नौकरियां सृजित कीं और घाटी में कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास करा लिया। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पांच अगस्त को देश के संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक इतिहास में काला दिवस बताया और कहा कि 2019 में उठाए गए कदम से न केवल लोगों का विश्वास टूटा बल्कि पिछले राज्य का मुद्दा और जटिल हो गया। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने बुधवार को कहा कि पांच अगस्त को राज्य के इतिहास में ‘काला दिवस’ और ‘अशक्तीकरण’ वाले दिन के तौर पर याद किया जाएगा। पार्टी प्रवक्ता अदनान अशरफ मीर ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘पांच अगस्त को अशक्तीकरण के दिन के तौर पर देखा जाएगा और जम्मू-कश्मीर के लोगों ने जो अपमान सहा है, यह उसकी याद दिलाता रहेगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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