पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा को मिली क्लीन चिट, MAPIT ने गृह विभाग को सौंपी रिपोर्ट
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पहले चरण में कटऑफ और मेरिट लिस्ट के अंक बताने से फिजिकल टेस्ट की सुचिता प्रभावित होने की संभावना रहती है। और इस लिए क्वालीफाइड और नॉट क्वालीफाइड के आधार पर परीक्षा परिणाम जारी किए गए।
भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट मिल गई है। धांधली के आरोपों की जांच कर रही MAPIT ने गृह विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंप है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस आरक्षक भर्ती में नियमानुसार प्रक्रिया अपनाई गई है। इस रिपोर्ट के बाद अब फिजिकल टेस्ट निरस्त होने की संभावानाएं भी खत्म हो गई हैं।
दरअसल MAPIT ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पुलिस आरक्षक भर्ती में नियमानुसार फिजिकल टेस्ट के लिए 5 गुना अभ्यर्थियों का परिणाम घोषित किया गया है। प्रथम चरण में 6000 रिक्तियों के विरुद्ध 30,000 अभ्यर्थियों को पात्र घोषित किया गया है। जिसमें आरक्षण प्रावधानों के तहत महिलाओं की 1786 से पदों के विरुद्ध 3694 महिला अभ्यर्थियों को पात्र घोषित किया गया है।
इसे भी पढ़ें:कव्वाल शरीफ पर एफआईआर दर्ज, नवाज की गिरफ्तारी के लिए यूपी भेजी गई एमपी से पुलिस टीम
वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पहले चरण में कटऑफ और मेरिट लिस्ट के अंक बताने से फिजिकल टेस्ट की सुचिता प्रभावित होने की संभावना रहती है। और इस लिए क्वालीफाइड और नॉट क्वालीफाइड के आधार पर परीक्षा परिणाम जारी किए गए। उन्होंने बताया कि पहले भी भर्ती परीक्षा 2016 और 2017 में कटऑफ मार्क्स घोषित नहीं किए गए थे।
रिपोर्ट में बताया है कि फिजिकल टेस्ट में क्वालिफाइड होने पर फाइनल रिजल्ट PEB जारी करता है। जिसमें कटऑफ मार्क्स और केंडिटेट द्वारा प्राप्त मास्क दर्शाए जाते हैं। प्रथम चरण के रिजल्ट में रेंडम लिस्ट बनाई जाती है जिसमें पता नहीं चलता कि कौन अभ्यार्थी ऊपर है कौन नीचे है क्वालिफाइड के बाद नॉन क्वालिफाइड बताने वाली शिकायत भी झूठी साबित हुई है।
इसे भी पढ़ें:दार्जिलिंग में ममता बनर्जी का दिखा अलग अंदाज, सड़क किनारे खुद बनाए 'मोमोज', देखें वीडियो
आपको बता दें कि पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा देने वाले छात्रों ने कहा कि सुबह क्वालिफाइड दिखाया गया और शाम को नॉट क्वालिफाइड दिखा दिया गया। 80% नंबर वाले बाहर हो गए और 50% वाले सिलेक्ट हो गए। सामान्य वर्ग की अभ्यार्थियों के अच्छे नंबर होने पर भी बाहर किया गया है। उन्होंने ये भी कहा कि दूसरे राज्यों में ब्लैक लिस्टेड कंपनियां को परीक्षा का जिम्मा दिया गया था।
एमपी पुलिस की इस भर्ती परीक्षा के जरिए 6000 कॉन्स्टेबल की भर्ती होगी। एमपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा का 8 जनवरी से आयोजन 17 फरवरी 2022 को किया गया था। पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में लगभग 12 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। 24 मार्च को पुलिस भर्ती का रिजल्ट आया है। और अब गड़बड़ी के आरोप में अभ्यार्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
अन्य न्यूज़