जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में बोले PM मोदी, सिर्फ बात नहीं, अब काम करने की जरूरत
मोदी ने कहा कि भारत गैर-परंपरागत (नॉन फॉसिल) ईंधन की हिस्सेदारी बढ़ाएगा, 2020 तक अक्षय ऊर्जा उत्पादन की क्षमता को 175 गीगावाट से बढ़ाकर 400 गीगावाट तक ले जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में सयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में कहा कि जलवायु परिवर्तन की गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए विश्व पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें व्यवहार में बदलाव लाने के लिए वैश्विक जन आंदोलन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बात करने का समय खत्म हो गया है, दुनिया को अब कार्रवाई करने की जरूरत है।
New York: Prime Minister Narendra Modi speaks at UNSG's Summit on Climate Change: We have provided clean cooking gas connections to millions of families. We have started 'Jal Jeevan' mission for water resource development, water conservation and rain water harvesting. #UNSG pic.twitter.com/EhpobySJWK
— ANI (@ANI) September 23, 2019
मोदी ने कहा कि भारत गैर-परंपरागत (नॉन फॉसिल) ईंधन की हिस्सेदारी बढ़ाएगा, 2020 तक अक्षय ऊर्जा उत्पादन की क्षमता को 175 गीगावाट से बढ़ाकर 400 गीगावाट तक ले जाएगा। पीएम ने आगे कहा कि इस वर्ष भारत के स्वतंत्रता दिवस पर, हमने प्लास्टिक के एकल उपयोग से स्वतंत्रता के लिए एक बड़े आंदोलन का आह्वान किया। मुझे उम्मीद है कि यह वैश्विक स्तर पर एकल प्लास्टिक के उपयोग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाएगा।
Prime Minister Narendra Modi at UNSG's Summit on Climate Change, in New York: The time for talking is over, the world needs to act now. https://t.co/QyBW1Fyrg7
— ANI (@ANI) September 23, 2019
मोदी ने कहा कि हमने लाखों परिवारों को स्वच्छ रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किए हैं। हमने जल संसाधन विकास, जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के लिए जल जीवन ’मिशन शुरू किया है। अगले कुछ सालों में जल संरक्षण पर 50 अरब डॉलर खर्च करेगा भारत। सयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप।
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