Amit Shah on Northeast: 8 साल में किए 51 दौरे, अमित शाह बोले- PM मोदी ने पूर्वोत्तर के मन की दूरी को हटाया

PM Modi
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अभिनय आकाश । Feb 14 2023 1:14PM

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधान मंत्री ने जो सबसे बड़ी चीज की है, वह है मन की दूरी यानी पूर्वोत्तर के लोगों और शेष भारत के बीच अलगाव की भावना को सप्त कर दिया। खुद प्रधानमंत्री ने पिछले आठ साल के दौरान 51 बार पूर्वोत्तर का दौरा किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिपुरा में रैली और विकास व प्रगति के साथ ही सकारात्मक राजनीति वाले दावे के बाद अब इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से टिप्पणी सामने आई है। अमित शाह नेकहा कि प्रधानमंत्री ने अलगाव की भावना को समाप्त कर दिया है जो पूर्वोत्तर में पनपी थी। उन्होंने कहा कि पीएम ने पिछले आठ वर्षों के दौरान इस क्षेत्र का 51 बार दौरा किया। समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधान मंत्री ने जो सबसे बड़ी चीज की है, वह है मन की दूरी यानी पूर्वोत्तर के लोगों और शेष भारत के बीच अलगाव की भावना को सप्त कर दिया। खुद प्रधानमंत्री ने पिछले आठ साल के दौरान 51 बार पूर्वोत्तर का दौरा किया है। आजादी के बाद से यहां कोई प्रधानमंत्री इतनी बार नहीं आया है। हर 15 दिनों में कम से कम एक केंद्रीय मंत्री को क्षेत्र का दौरा करना अनिवार्य कर दिया गया है।

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पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद हमने पूरे पूर्वोत्तर को बदलने के लिए बहुत कुछ किया है। पहली बात तो यह है कि आज पूर्वोत्तर में शांति है। कई उग्रवादी संगठन थे। हमने ऐसे कई संगठनों के साथ समझौतों को अंतिम रूप दिया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह भाजपा सरकार थी जिसने ब्रू और रियांग समुदायों के लगभग 40,000 परिवारों को बसने की अनुमति दी, जो त्रिपुरा में 25 वर्षों से अमानवीय परिस्थितियों में रह रहे थे। 

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यहां नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) के साथ भी समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। लगभग 8,000 से अधिक सशस्त्र कैडरों ने अपने हथियार सौंप दिए हैं और मुख्यधारा में शामिल होने का विकल्प चुना है। पूर्वोत्तर पहले नाकाबंदी, बंद, बम विस्फोट और उग्रवाद के लिए जाना जाता था। आज वहां सड़कें बन रही हैं, रेलवे नेटवर्क सभी राज्यों तक पहुंचने वाला है और क्षेत्र के सभी राज्यों में हवाईअड्डे बन गए हैं। उत्तरपूर्वी राज्यों में भाजपा की चुनावी संभावनाओं का उल्लेख करते हुए जहां पहचान की राजनीति प्रचलित थी, शाह ने कहा कि भाजपा के खिलाफ एक झूठी कहानी फैलाई जा रही है कि पार्टी के सत्ता में आने पर क्षेत्र अपनी पहचान और सांस्कृतिक विरासत खो देगा। “वे हमें इन नौ वर्षों में जानते हैं।

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