पित्रोदा ने 1984 के दंगा पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़का है: नकवी
उन्होंने कहा कि भारतीय सुरक्षा बलों ने सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक के जरिये आतंकवादियों का खात्मा किया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया प्रधानमंत्री के मजबूत नेतृत्व द्वारा किए गए विकास कार्यों को स्वीकार कर रही है।
नयी दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के बारे में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की टिप्पणियों के लिए उनकी निंदा की और कहा कि उन्होंने इस त्रासदी के पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़का है। कांग्रेस को ‘‘मानसिक रूप से दिवालिया बुद्धिजीवियों के दल’’ के रूप में बताते हुए नकवी ने आरोप लगाया कि पित्रोदा की टिप्पणियों पर अपनी ‘‘आपराधिक चुप्पी’’ के जरिये विपक्षी पार्टी एक बार फिर 1984 में सिखों की नृशंस हत्याओं को न्यायोचित ठहराने का प्रयास कर रही है।
'परिवार के पुरुषों पर टायर डाला, मिट्टी का तेल डाला और जिंदा जला दिया। राजीव गांधी को न बोलूं तो किसे बोलूं...'
— BJP (@BJP4India) May 9, 2019
ऐसी कई कहानियां हैं 1984 में हुए प्रायोजित सिख विरोधी दंगों की।
72 घंटे में दिल्ली के सरदारों को मारने के हुक्म दिए गए थे।
गांधी परिवार कभी देश से माफी मांगेगा? pic.twitter.com/QVz7UCBg0W
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ‘‘गुरू’’ पित्रोदा ने 1984 सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़का है। नरेन्द्र मोदी को एक ‘‘कमजोर प्रधानमंत्री’’ बताने के लिए कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दिल्ली की सत्ता के गलियारों से बिचौलियों को बाहर निकाल दिया, पाकिस्तान की ‘‘आतंकवाद की फैक्ट्री’’ को बेनकाब किया और जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने में सफल रहे।
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नकवी ने पत्रकारों से कहा कि मोदी ने अलकायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी समूहों के नापाक इरादों को नाकाम किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सुरक्षा बलों ने सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक के जरिये आतंकवादियों का खात्मा किया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया प्रधानमंत्री के मजबूत नेतृत्व द्वारा किए गए विकास कार्यों को स्वीकार कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन्हें अपशब्द कहकर उनकी गरिमा और प्रतिबद्धता को कमजोर नहीं कर सकती है। गौरतलब है कि 1984 के दंगों के बारे में पूछे जाने पर पित्रोदा ने कथित तौर पर कहा था, ‘‘84 में हुआ तो हुआ।’’
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