पवार ने पाला बदलने वाले नेताओं से पूछा, जब आप मंत्री थे तब आपने क्या किया?
उन्होंने कहा कि कारोबारियों का हजारों करोड़ों रुपये का कर्ज माफ किया जा रहा है लेकिन देश के किसानों का नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘फैक्टरी बंद कर दी गई, किसान संकट में हैं और बेरोजगारी बढ़ रही है।
बीड। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने अपने निर्वाचन क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित करने की बात कहते हुए पार्टी छोड़ने वाले नेताओं से बुधवार को पूछा कि जब वे सत्ता में थे तो 15 वर्षों तक क्या कर रहे थे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने पार्टी से नाता तोड़कर सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना का दामन थाम लिया। अगले महीने के चुनावों से पहले राज्यव्यापी दौरा कर रहे पवार बुधवार को बीड में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। कांग्रेस और राकांपा साल 1999 से 2014 तक 15 वर्षों तक महाराष्ट्र में सत्ता में थीं।
आम्ही सत्तेत असताना शिक्षणावर भर दिला. आज देशात तसेच राज्यात शिक्षित मोठ्या प्रमाणावर आहेत मात्र नोकऱ्या मिळत नाहीत. नोकऱ्यांचे प्रमाण कमी तर अर्जदारांचे प्रमाण वाढत आहे. #बीड pic.twitter.com/rCObnJFRhx
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) September 18, 2019
पवार ने कहा, ‘‘इस क्षेत्र से पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने कहा कि उन्होंने विकास के लिए पार्टी छोड़ी। इससे सवाल खड़ा होता है जब आप विधायक या राज्य में मंत्री बने थे तब आप क्या कर रहे थे?’’ पूर्व मंत्री गणेश नाइक, सचिन अहीर और मधुकर पिचाड़ हाल ही में राकांपा छोड़ने वाले नेताओं में शामिल हैं। सतारा से राकांपा सांसद उदयनराजे भोसले रविवार को भाजपा में शामिल हुए। पवार ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में करीब 16,000 किसानों ने आत्महत्या की।
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उन्होंने कहा कि कारोबारियों का हजारों करोड़ों रुपये का कर्ज माफ किया जा रहा है लेकिन देश के किसानों का नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘फैक्टरी बंद कर दी गई, किसान संकट में हैं और बेरोजगारी बढ़ रही है। फिर भी सत्तारूढ़ पार्टी के नेता वोट मांगने आ रहे हैं। उनकी हर योजना विफल हो गई। हमें इन लोगों को फिर से सत्ता में न लाने का संकल्प लेना चाहिए।’’
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