पटनायक ने रेत से गणेश प्रतिमा बनाकर प्लास्टिक से पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया
पटनायक ने बताया कि ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान से प्रभावित हो कर उन्होंने गणपति के लिए यह थीम चुनी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र के नाम संबोधन में और ‘मन की बात’ में एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का उपयोग बंद करने का आह्वान किया था।
भुवनेश्वर। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने पुरी के तट पर भगवान गणेश की रेत से प्रतिमा बनाई और उसके आसपास प्लास्टिक की 1000 बोतलें रखीं। ऐसा करने के पीछे उनका मकसद एक बार के इस्तेमाल के बाद फेंके गए प्लास्टिक से पर्यावरण को बचाने का संदेश देना है। गणेश चतुर्थी के अवसर पर बनाई गई रेत की प्रतिमा पर ‘से नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक’ (एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को न कहें) और ‘सेव आवर एनवारनमेंट’ (पर्यावरण बचाएं) लिखा गया है।
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पटनायक ने बताया कि ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान से प्रभावित हो कर उन्होंने गणपति के लिए यह थीम चुनी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र के नाम संबोधन में और ‘मन की बात’ में एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का उपयोग बंद करने का आह्वान किया था। पटनायक ने कहा, ‘‘ गणेश चतुर्थी के अवसर पर मैं लोगों से एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील करता हूं ताकि हम अपने पर्यावरण की रक्षा कर सकें।’’ उन्होंने बताया कि 10 फुट ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा पांच टन रेत से बनाई गई है और उसके आस-पास प्लास्टिक की 1000 बोतलें लगाई गई हैं।
Let's join hand, rise to the clarion call of Hon'ble PM Shri @narendramodi and save our environment. #SayNoToSingleUsePlastic My Sand Art at #Puri beach in Odisha on the auspicious occasion of #GaneshChaturthi . pic.twitter.com/DjVIYkPniI
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) September 2, 2019
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