हवाई मार्ग से जम्मू-कश्मीर आने वाले यात्रियों को 14 दिन तक पृथक-वास में रहना होगा

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जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने रविवार को कहा कि हवाई मार्ग से केंद्र शासित प्रदेश आने वाले यात्रियों को 14 दिनों तक पृथक-वास केंद्रों में रखा जाएगा और उनकी कोरोना वायरस संक्रमण के लिए जांच कराई जाएगी। इसके मद्देनजर प्रशासन ने श्रीनगर हवाई अड्डे पर यात्रियों का नमूना लेने के लिए 30 केन्द्र (कियोस्क) स्थापित किए हैं।

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने रविवार को कहा कि हवाई मार्ग से केंद्र शासित प्रदेश आने वाले यात्रियों को 14 दिनों तक पृथक-वास केंद्रों में रखा जाएगा और उनकी कोरोना वायरस संक्रमण के लिए जांच कराई जाएगी। इसके मद्देनजर प्रशासन ने श्रीनगर हवाई अड्डे पर यात्रियों का नमूना लेने के लिए 30 केन्द्र (कियोस्क) स्थापित किए हैं। प्रशासन ने दो महीने के बाद सोमवार को दोबारा बहाल हो रही घरेलू उड़ान सेवा के मद्देनजर हवाई अड्डे पर तैयारियों की समीक्षा की। आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान आने वाली उड़ानों के मद्देनजर तैयारियों पर नजर रखने के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी धीरज गुप्ता ने यात्रियों के नियम और उनकों दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर तैयार मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को अंतिम रूप दिया।

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प्रवक्ता ने बताया कि गुप्ता ने नागरिक प्रशासन के अधिकारियों और अन्य एजेंसियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बताया कि प्रोटोकॉल के तहत जम्मू-कश्मीर आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए संस्थागत पृथक-वास में रखा जाएगा और उनकी कोविड-19 संबंधी जांच की जाएगी। प्रवक्ता ने बताया, ‘‘श्रीनगर हवाई अड्डे पर ही यात्रियों के नमूने लिए जाएंगे और संबंधित जिले में उन्हें भेजने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई है। हवाई अड्डे पर एकत्र नमूनों को शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) भेजा जाएगा और जिनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आएगी उन्हें घर में ही पृथक-वास में रहने के लिए भेजा जाएगा जबकि संक्रमण की पुष्टि होने पर इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।’’

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उन्होंने बताया कि यात्रियों के रहने के लिए संबंधित जिला प्रशासन ने व्यवस्था की है। इसके अलावा यात्रियों की सुविधा को देखते हुए भुगतान आधारित पृथकवास केंद्र की भी व्यवस्था की गई है। प्रवक्ता के मुताबिक श्रीनगर हवाई अड्डे पर आने के बाद यात्रियों को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा निर्धारित फार्म भरकर उसमें मांगी गई जानकारी देनी होगी। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे के अधिकारी यात्रियों के मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप की भी जांच करेंगे। इसके साथ ही उनके शरीर के तापमान की जांच की जाएगी और संक्रमण के लक्षण मिलने पर उन्हें विमान में सवार होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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