CDS जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों के निधन पर सदन ने जताया शोक, राजनाथ बोले- सैन्य सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
रक्षा मंत्री ने बताया कि कुन्नूर के पास जंगल में कुछ स्थानीय लोगों ने आग लगी हुई देखी और जब वहां पर स्थानीय लोग भाग कर पहुंचे तो उन्होंने सेना के हेलीकॉप्टर के अवशेषों को आग की लपटों से घिरा हुआ पाया। स्थानीय प्रशासन से एक बचाव दल उस स्थान पर पहुंचा।
नयी दिल्ली। तमिलनाडु के कन्नूर में एमआई17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिसमें भारत के पहले सीडीएस बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जिसकी जानकारी संसद को दी। उन्होंने भारी मन से सदन को भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मृत्यु की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विस स्टाफ वाले वेलिंगटन के स्टूडेंट अफसर से इंट्रैक्ट करने के लिए तय शेड्यूल पर थे। एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर ने कल 11 बजकर 48 मिनट पर सुदूर एयरबेस से उड़ान भरी। जिसे 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंगटन में लैंड करना था। सुदूर एयरबेस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने लगभग 12 बजकर 8 मिनट पर हेलीकॉप्टर से अपना संपर्क खो दिया था।
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रक्षा मंत्री ने बताया कि कुन्नूर के पास जंगल में कुछ स्थानीय लोगों ने आग लगी हुई देखी और जब वहां पर स्थानीय लोग भाग कर पहुंचे तो उन्होंने सेना के हेलीकॉप्टर के अवशेषों को आग की लपटों से घिरा हुआ पाया। स्थानीय प्रशासन से एक बचाव दल उस स्थान पर पहुंचा। उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त स्थल से लोगों को बचाने की कोशिश की। जितने लोगों को भी दुर्घटनास्थल से निकाला गया उन्हें तुरंत ही वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। हेलीकॉप्टर में मौजूद 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो गई।
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रक्षा मंत्री ने बताया कि जिन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई उनमें सीडीएस और उनकी धर्मपत्नी, उनके रक्षा सलाह ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, वायुसेना क्रू समेत सेना के अन्य 9 लोग शामिल हैं।
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