कश्मीर में होने वाली जी-20 बैठक पर चीन ने मिलाया पाकिस्तान के सुर में सुर, अलापा UN वाल राग
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कश्मीर पर चीन का रुख सतत और विल्कुल स्पष्ट है। यह भारत और पाकिस्तान के वीच पहले से चला आ रहा मुद्दा है।
पाकिस्तान के करीबी दोस्त चीन को भी जम्मू कश्मीर में जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन की खबर से मिर्ची लग गयी है। चीन ने भी अगले साल जम्मू कश्मीर में होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन पर विरोध दर्ज कराया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कश्मीर को लेकर संबंधित पक्षों की तरफ से एक तरफा कदम उठाकर हालात को जटिल बनाने से बचना चाहिए। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कश्मीर पर चीन का रुख सतत और विल्कुल स्पष्ट है। यह भारत और पाकिस्तान के वीच पहले से चला आ रहा मुद्दा है। संयुक्त राष्ट्र के संबंधित प्रस्तावों और द्विपक्षीय सहमतियों के अनुरूप इसका उचित समाधान निकालना चाहिए।
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इससे पहले 25 जून को पाकिस्तान ने शनिवार को कहा कि उसने कश्मीर में जी20 दशों की बैठक कराने संबंधी भारत की कोशिश को खारिज कर दिया है और उम्मीद जतायी कि इस समूह के सदस्य कानून एवं व्यवस्था की अनिवार्यताओं से पूरी तरह परिचित होंगे और इस प्रस्ताव का विरोध करेंगे। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार अहमद ने एक बयान में कहा कि इस्लामाबाद ने भारतीय मीडिया में आयी उन खबरों का संज्ञान लिया है, जिनसे संकेत मिलता है कि भारत ‘‘जी-20 से संबंधित कुछ बैठक जम्मू कश्मीर में कराने पर विचार’’ कर सकता है। अहमद ने कहा, ‘‘भारत की ऐसी किसी भी कोशिश को पाकिस्तान पूरी तरह नकारता है।’’ उन्होंने कहा कि यह सब जानते हैं कि जम्मू कश्मीर, पाकिस्तान और भारत के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माना गया।
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गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ लाने वाले प्रभावशाली समूह जी-20 की 2023 की बैठक की मेजबानी करेगा। केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने समन्वय के लिए 23 जून को पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया।
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