मजदूरों को लेकर शिवराज सरकार के दावे पर बोले कमलनाथ आपकी कथनी और करनी में अंतर
कमलनाथ ने कहा कि मैनें आपको पूर्व में कहा था और आज फिर दोहरा रहा हूँ कि आप आइये मेरे साथ प्रदेश के मार्गों पर, सीमाओं पर इन मजदूरों की वास्तविक स्थिति व व्यथा देखने चलिये, फिर यह सफेद झूठ बोलने का आप साहस नहीं दिखा पायेंगे।
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तीखा हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री ने बयान जारी कर मजदूरों को लेकर शिवराज सरकार द्वारा जारी किए जा रहे आंकड़ो को लेकर तीखा हमला बोलते हुए बयान जारी किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज जी, खूब झूठ बोलिये, लेकिन मजदूरों के नाम पर कम से कम इतना बड़ा मजाक तो मत करिये। आप कह रहे है कि मध्य प्रदेश की व्यवस्था देखिये, यहाँ की धरती पर कोई भी मजदूर आपको भूखा, प्यासा व पैदल चलता हुआ नहीं दिखेगा, हमने कारगर इंतजाम किये है। इतना बड़ा झूठ व मजदूरों के नाम पर ऐसा मजाक, शर्म करिये?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सही है कि आप इन मजदूरों की अभी तक सुध लेने गये नहीं है तो आपको सच्चाई पता भी कैसे चले? आज भी प्रदेश के सभी प्रमुख मार्ग व सीमाएँ हजारों मजदूरों से भरे पड़े हुए है, कोई पैदल, कोई नंगे पैर, पैरो में छाले लिये, कोई ठेले पर, कोई साईकल पर, कोई ऑटो से, कोई अन्य मालवाहक वाहन से अपने घर को लौट रहा है। प्रदेश की धरती पर कई घर लौटते ये बेबस-लाचार मजदूर दुर्घटना का शिकार होकर मौत के मुँह में जा चुके है, भूख-प्यास-गर्मी से दम तोड़ चुके है। कई गर्भवती बहने सड़कों पर अपने बच्चों को जन्म दे चुकी है।
इसकी तस्वीरें प्रतिदिन प्रदेश की जनता खुली आँखो से देख रही है, इनकी मौत के आँकड़े सामने है लेकिन शायद आपकी आँखो पर पट्टी बंधी हुई है, इसलिये आपको यह तस्वीरें व सच्चाई दिखायी नहीं दे पा रही है? प्रदेश की जनता, कई सामाजिक व कई स्वयंसेवी संगठन, कांग्रेसजन इन मजदूरों को मार्गों पर खाना खिला रहे है, जूते चप्पल पहना रहे है, पानी पिला रहे है, घरों तक छोड़ रहे है, सरकार की कोई व्यवस्था इन मजदूरों के लिये नहीं है। उलटा भोजन माँगने पर प्रदेश की धरती पर इन मजदूरों पर बर्बर तरीके से लाठियाँ तक बरसायी गयी और आप इतना बड़ा झूठ बोल रहे है कि प्रदेश में कोई मजदूर भूखा, प्यासा व पैदल चलता हुआ आपको नहीं दिखेगा?
कमलनाथ ने कहा कि मैनें आपको पूर्व में कहा था और आज फिर दोहरा रहा हूँ कि आप आइये मेरे साथ प्रदेश के मार्गों पर, सीमाओं पर इन मजदूरों की वास्तविक स्थिति व व्यथा देखने चलिये, फिर यह सफेद झूठ बोलने का आप साहस नहीं दिखा पायेंगे। जहाँ तक आप मजदूरों को वापस लाने के व बसों के जो आँकड़े बता रहे है, उसकी सच्चाई भी सभी जानते है। प्रदेश में बसों के नाम पर हो रहा फर्जीवाडा भी सभी के सामने आ चुका है। दावे जितने किये जा रहे है, जमीनी हकीकत आज भी उससे उलट है। आपकी कथनी और करनी में अंतर प्रदेश की जनता साफ देख चुकी है व मजदूर भाई भी इसे कभी भूलेगा नहीं।
मध्य प्रदेश सरकार ने अभी तक विभिन्न प्रदेशों में फँसे 4 लाख 63 हजार श्रमिकों को राज्य में वापस लाने का दावा किया है। अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम आईसीपी केशरी ने बुधवार को जानकारी दी है कि 107 ट्रेनो से करीब एक लाख 35 हजार और सड़क मार्ग से लगभग 3 लाख 28 हजार श्रमिक प्रदेश वापस लाए गए है।
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