उत्तर भारत में बारिश से हाहाकार!!! Delhi में बाढ़ के निशान से महज एक मीटर दूर यमुना, हिमाचल में रेड अलर्ट, उत्तराखंड में रोकी गई केदारनाथ यात्रा
समूचा उत्तर भारत इस समय भारी बारिश की चपेट में आया हुआ है। उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में कई शहर बारिश की चपेट में है। अनेक स्थानों पर बाढ़ का कहर है। कई इलाकों में सड़कें और आवासीय इलाके घुटने तक पानी में डूबे हुए है।
समूचा उत्तर भारत इस समय भारी बारिश की चपेट में आया हुआ है। उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में कई शहर बारिश की चपेट में है। अनेक स्थानों पर बाढ़ का कहर है। कई इलाकों में सड़कें और आवासीय इलाके घुटने तक पानी में डूबे हुए है।
उत्तराखंड में भूस्खलन
उत्तराखंड में भारी भूस्खलन हुआ है, जिसके संबंध में राज्य के मुख्मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी-गंगोत्री राजमार्ग पर मलबे की चपेट में आने से 3 वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। इन वाहनों में चार लोग सवार थे जिनके घायल होने की दुखद सूचना मिली है। इस संबंध मे जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने तत्काल कार्रवाई शउरू कर दी है। घायलों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने एक बार फिर जनता से अपील करते हुए कहा कि समस्त देवतुल्य जनता से मेरा अनुरोध है कि भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा करने से बचें। इसी बीच भारी बारिश के कारण केदार नाथ यात्रा को भी कुछ समय के लिए रोक दिया गया है।
दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा
दिल्ली में यमुना का जलस्तर 206 मीटर के निशान को पार कर गया, जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली में नदी का पानी अनुमान से काफी पहले सोमवार शाम को खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया था। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़-निगरानी मंच के अनुसार, “हरियाणा द्वारा यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में अधिक पानी छोड़े जाने के कारण मंगलवार सुबह छह बजे तक ओल्ड रेलवे ब्रिज पर जलस्तर बढ़कर 206.28 मीटर हो गया। इसके मंगलवार दोपहर तक 206.65 मीटर तक बढ़ने की आशंका है। इसके बाद उम्मीद है कि नदी में पानी का स्तर धीरे-धीरे कम होता जाएगा।”
हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी बारिश का कहर जारी है जहां बीते दो दिन में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में 18 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने बारिश के मद्देनजर यहां रेड अलर्ट घोषित किया गया है। भारी बारिश के कारण जलविद्युत परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं। बारिश ने सैंकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति को भी नष्ट कर दिया है। बारिश के कारण पूरे राज्य में शैक्षणिक संस्थानों को मंगलवार को भी बंद रखने का आदेश दिया गया है। भूस्खलन के बाद सोमवार को शिमला शहर से लगभग 16 किमी दूर शोघी के पास शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया। यहां मंडी में सिक्स माइल एरिया में भूस्खलन हुआ है जिसकी वजह से चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे बंद किया गया है।
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