निर्वाचन आयुक्तों को चुनने की नयी प्रणाली से पता चलता है कि अंतिम फैसला प्रधानमंत्री का : शरद पवार
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, ‘‘ इससे पहले, दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ उच्चतम न्यायालय के एक न्यायमूर्ति भी निर्वाचन आयुक्तों के चयन की प्रक्रिया का हिस्सा थे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद गुट) के प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि निर्वाचन आयुक्तों को चुनने की नयी प्रणाली से पता चलता है कि उनके चयन पर अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का होता है।
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने नये निर्वाचन आयुक्त के रूप में बृहस्पतिवार को पूर्व नौकरशाह सुखबीर सिंह संधू और ज्ञानेश कुमार के नाम की सिफारिश की। चयन समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं और इसमें सरकार द्वारा नामित एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता सदस्य होते हैं।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, ‘‘ इससे पहले, दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ उच्चतम न्यायालय के एक न्यायमूर्ति भी निर्वाचन आयुक्तों के चयन की प्रक्रिया का हिस्सा थे।
हालांकि, हाल ही में चयन प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए और उन्होंने शीर्ष अदालत के न्यायमूर्ति को इस प्रक्रिया से हटा दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ नयी प्रणाली के अनुसार दो (केंद्रीय) मंत्रियों और विपक्ष के नेता को निर्वाचन आयुक्तों का चयन करने का अधिकार दिया गया है। इसका मतलब है कि केवल उन्हीं (उम्मीदवारों) को नियुक्त किया जाएगा जिसे मोदी जी तय करेंगे। इस नयी व्यवस्था से नियुक्तियां मनमर्जी से होंगी।
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