सोनिया, मनमोहन या एंटनी से कभी नहीं मिला: क्रिस्टियन मिशेल

[email protected] । May 11 2016 5:27PM

अगस्तावेस्टलैंड हेलीकाप्टर सौदे में कथित बिचौलिया क्रिस्टियन मिशेल ने कहा कि वह वीवीआईपी हेलीकाप्टरों की खरीद के सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी या तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कभी नहीं मिले।

नयी दिल्ली। अगस्तावेस्टलैंड हेलीकाप्टर सौदे में कथित बिचौलिया क्रिस्टियन मिशेल ने कहा कि वह वीवीआईपी हेलीकाप्टरों की खरीद के सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी या तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कभी नहीं मिले। मिशेल से जब पूछा गया कि क्या वह कभी सोनिया, सिंह या रक्षा मंत्री एके एंटनी से सौदे के लिए मिले थे, उन्होंने तुरंत जवाब दिया, ‘‘नहीं, कभी नहीं।’’ उन्होंने अबू धाबी में ‘टीवी टुडे’ समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं इनमें से किसी से भी कभी नहीं मिला।’’ मिशेल ने इस घोटाले से अपना नाम हटाने का प्रयास करते हुए दावा किया कि उन्होंने ‘‘एक बार’’ दिल्ली में वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी से हाथ मिलाया था लेकिन इतालवी कारोबारी गुइदो हाश्के और एक अन्य बिचौलिये से उनके संबंध के कारण ‘‘उनसे दूरी बना ली।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं संभवत: जिमखाना क्लब में उनसे (एसपी त्यागी) मिला था और मुझे लगता है कि मैंने वहां उनसे हाथ मिलाया था। लेकिन हाश्के के साथ उनके संबंधों के कारण वास्तव में मैं उनसे दूर रहा।’’

मिशेल ने कहा कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सौदे के बारे में झूठ नहीं बोला लेकिन ऐसा लगता है कि उन्हें गुमराह किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने कैग रिपोर्ट में जो दिया गया है उसे (दस्तावेजों) प्रमाणित किया हैं। कैग रिपोर्ट बहुत जल्दबाजी में तैयार की गई क्योंकि सौदा हमेशा बढ़ाचढ़ाकर पेश किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘वे (कैग) उड्डयन विशेषज्ञ नहीं हैं और वे नौकरशाह हैं जिनसे उनकी विशेषज्ञता से बाहर जाकर दस्तावेज एकत्रित करने के लिए कहा गया। इसलिए वह उनके अपने दस्तावेजों से गुमराह हुए।''

मिशेल ने कहा कि वह अपने चालक नारायण बहादुर को दुबई लाना चाहेंगे जो जांच एजेंसियों के अनुसार हाल के समय तक उनके संपर्क में था। उन्होंने कहा, ‘‘वह (बहादुर) मेरा चालक है। मैं उसे जानता हूं। वह मेरा प्रिय मित्र है। मुझे आशा है और मेरा पूरा इरादा उसे जीवनभर साथ रखने का है। वह कई वर्षों से मेरे साथ रहा है। मैं उसे दुबई लाउंगा और उसकी देखभाल करूंगा।’’ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित रूप से पाया है कि बहादुर को मिशेल की तरफ से विदेशी वायर सेवा के जरिये भुगतान हो रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या बहादुर को भेजा गया धन किसी और के लिए है, उन्होंने कहा कि यह ‘‘उनके लिए’’ था। इससे पहले, मिशेल के वकील रोसमैरी पैट्रिजी डोस अंजोस ने कहा था कि अगर उन्हें आश्वासन मिले कि वह गिरफ्तार नहीं होंगे तो वह भारत आकर जांचकर्ताओं का सामना करने को तैयार हैं। मिशेल उन तीन कथित बिचौलियों में शामिल हैं जिन पर भारतीय जांच एजेंसियों को वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे को ब्रिटेन की कंपनी अगस्तावेस्टलैंड के पक्ष में करने का संदेह है।

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