नेपाल और भूटान ने किया SAARC कोरोना आपात कोष में योगदान का संकल्प, मोदी ने दिया धन्यवाद
काठमांडू से प्राप्त समाचार के अनुसार नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने दक्षेस कोरोना आपात कोष के लिए 8,35,657 डालर के योगदान का वादा किया और लोगों से शांति एवं धैर्य से काम लेने की अपील की। दोनों देशों ने इस बीमारी से लड़ने में पूर्ण सहयोग का वादा किया।
थिंपू। भूटान ने दक्षेस कोविड -19आपात कोष में100,000 डॉलर का योगदान करने का शुक्रवार को वादा किया जबकि नेपाल ने करीब 1000000 डॉलर का योगदान करने का संकल्प किया। भूटान के विदेश मंत्रालय ने इस आपात कोष के गठन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा स्वागत करते हुए कहा कि भूटान सरकार ने 100000 डॉलर का प्रारंभिक योगदान करने का निर्णय लिया है।
काठमांडू से प्राप्त समाचार के अनुसार नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने दक्षेस कोरोना आपात कोष के लिए 8,35,657 डालर के योगदान का वादा किया और लोगों से शांति एवं धैर्य से काम लेने की अपील की। दोनों देशों ने इस बीमारी से लड़ने में पूर्ण सहयोग का वादा किया।PM Modi: Gratitude to Bhutan PM Dr. Lotay Tshering for his decision to contribute $100,000 to the #COVID19 Emergency Fund on behalf of the Bhutanese Govt. It is wonderful to see SAARC leaders taking initiatives that are adding strength to the collective fight against COVID-19. https://t.co/yC1H6gkXKS pic.twitter.com/t3T8wIg5wt
— ANI (@ANI) March 20, 2020
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इस बीच नयी दिल्ली की खबर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान और नेपाल को कोविड -19 आपात कोष में योगदान करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इस संबंध में ट्वीट किया। 15 मार्च को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए दक्षेस नेताओं और प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मोदी ने एक करोड़ डॉलर की प्रारंभिक पेशकश के साथ आपात कोष का प्रस्ताव रखा था।
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