कब थमेगा पंजाब कांग्रेस में जारी घमासान ? सिद्धू ने नशे के मुद्दे को लेकर अमरिंदर सरकार को घेरा
पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में नशे की वजह से सैकड़ों बच्चों ने जिंदगी गवा दी। लेकिन पिछले साल सालों में प्रदेश सरकार ने नशे के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया है।
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में जारी अंतर्कलह समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है। विवाद लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। इसी बीच प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को घेरा है। दरअसल, सिद्धू ने नशे के मुद्दे को लेकर अपनी ही सरकार से सवाल पूछा है।
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सरकार ने नहीं उठाया सख्त कदम
उन्होंने कहा कि पंजाब में नशे की वजह से सैकड़ों बच्चों ने जिंदगी गवा दी। लेकिन पिछले साल सालों में प्रदेश सरकार ने नशे के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया है। यह कोई पहली दफा नहीं है जब सिद्धू ने अमरिंदर सरकार को घेरा हो। इससे एक दिन पहले ही विधानसभा सत्र को लेकर निशाना साधा था।
सिद्धू ने कहा था कि एक दिन के सत्र से लोगों की समस्या का समाधान नहीं होने वाला है। उन्होंने ट्वीट किया था कि पंजाब सरकार को जनहित में निजी बिजली संयंत्रों को भुगतान किये जा रहे शुल्क को पुन: निर्धारित करने के लिए पीएसईआरसी को तत्काल निर्देश देना चाहिए और त्रुटिपूर्ण पीपीए (बिजली खरीद समझौता) को अमान्य करना चाहिए। त्रुटिपूर्ण पीपीए को रद्द करने के लिए विधेयक लाने के वास्ते और पांच से सात दिन का विधानसभा सत्र बुलाया जाना चाहिए।
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गौरतलब है कि सिद्धू और अमरिंदर के बीच घमासान जारी है। हालही में सिद्धू खेमे के विधायकों ने मुख्यमंत्री को हटाए जाने की मांग की थी। जिसके बाद पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने स्पष्ट किया था कि पार्टी अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही आगामी चुनाव लड़ेगी।
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