नड्डा ने RBI की घोषणाओं का किया स्वागत, कहा-अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कोविड-19 संकट के प्रभाव को कम करने के लिए ब्याज दरों में कटौती, कर्ज अदायगी पर स्थगन को बढ़ाने और कॉरपोरेट को अधिक कर्ज देने के लिए बैंकों को इजाजत देने का फैसला किया। आरबीआई ने प्रमुख उधारी दर को 0.40 प्रतिशत घटा दिया।
उन्होंने कहा कि एक्जिम बैंक को 90 दिनों के लिये 15000 हजार करोड़ रूपये की कर्ज सुविधा देने और अधिक कर्ज देने के लिए बैंकों को इजाजत देने के आरबीआई के प्रभावी कदमों से कोविड-19 के भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों से निपटने में मदद मिलेगी। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रभावों के बावजूद अर्थव्यवस्था को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिये आरबीआई प्रशंसा का हकदार है। कई सकारात्मक समाचार हैं, जैसे 2020-21 के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 9.2 अरब डालर की वृद्धि हुई है। तीसरी और चौथी तिमाही में मुद्रा स्फीति की दर आरबीआई के 4 प्रतिशत के लक्ष्य से भी नीचे रहने की उम्मीद है।RBI deserves praise for shepherding the economy in the right direction despite effects of Coronavirus. Many positive news; India's foreign reserves have increased by $ 9.2 billion during 2020-21. Inflation is expected to fall below RBI's target of 4% by third or fourth quarter.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) May 22, 2020
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कोविड-19 संकट के प्रभाव को कम करने के लिए ब्याज दरों में कटौती, कर्ज अदायगी पर स्थगन को बढ़ाने और कॉरपोरेट को अधिक कर्ज देने के लिए बैंकों को इजाजत देने का फैसला किया। आरबीआई ने प्रमुख उधारी दर को 0.40 प्रतिशत घटा दिया। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की अचानक हुई बैठक में रेपो दर में कटौती का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। इस कटौती के बाद रेपो दर घटकर चार प्रतिशत हो गई है, जबकि रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत हो गई है।
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