'महायुति गठबंधन' के नियंत्रण वाले भिवंडी में Mahavikas Aghadi को दिखी उम्मीद की किरण, विधानसभा चुनाव में भुनाना जरूरी
भिवंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्र है। जहां इसी साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में शरद पवार के गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुरेश जी म्हात्रे ने भारतीय जनता पार्टी को जीत की हैट्रिक लगाने से रोकते हुए विजय हासिल की थी यह क्षेत्र ठाणे जिले का हिस्सा है।
भिवंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्र है। जहां इसी साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में शरद पवार के गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुरेश जी म्हात्रे ने भारतीय जनता पार्टी को जीत की हैट्रिक लगाने से रोकते हुए विजय हासिल की थी यह क्षेत्र ठाणे जिले का हिस्सा है। यह क्षेत्र भिवंडी-निजामपुर नगर निगम के प्रशासन क्षेत्र में आता है। यह शहर ग्रेटर मुंबई महानगरीय समूह का हिस्सा है। इस क्षेत्र में आदिवासी जातियों का निवास था। मुगलों ने अपने शासनकाल में यहा ईदगाह का निर्माण कराया था, इसे अब ईदगाह चौराहा कहा जाता है। यह इलाका समुद्री तट के नजदीक होने के कारण यहां पर बड़ी संख्या में मछली का व्यापार किया जाता है।
भिवंडी लोकसभा क्षेत्र पूरी तरह से महाराष्ट्र के ठाणे जिले के अंतर्गत ही आता है। यह लोकसभा क्षेत्र भिवंडी ग्रामीण, शाहपुर, भिवंडी पश्चिम, भिवंडी पूर्व, कल्याण पश्चिम और मुरबाद विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर बनाया गया है। जिसमें से फिलहाल 5 सीट पर 'महायुति गठबंधन' का कब्जा है। इसके अलावा सिर्फ एक सीट ही समाजवादी पार्टी जीतने में सफल रही थी। महाराष्ट्र में हुए 2008 के परिसीमन से अस्तित्व में आया भिवंडी ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र पर सर्वप्रथम 2009 में चुनाव हुए थे। यह विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के विष्णु सावरा चुनाव जीतने में सफल रहे थे, लेकिन पिछले दो चुनाव से एकनाथ शिंदे के गुट वाली शिवसेना के शांताराम मोरे चुनाव जीत रहे हैं।
इस लोकसभा क्षेत्र का शाहपुर विधानसभा क्षेत्र भी अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। जहां से वर्तमान में अजित पवार के गुट वाली एनसीपी के नेता दौलत दरोदा विधायक हैं। विधायक दौलत दरोदा इससे पहले भी शिवसेना के उम्मीदवार के तौर पर तीन बार विधायक रह चुके हैं। उनके पहले यह सीट एनसीपी के ही पांडुरंग बरोरा के पास थी। भिवंडी लोक सभा क्षेत्र की भिवंडी पश्चिम सीट के मतदाताओं ने अब तक सिर्फ सपा और बीजेपी को ही जीत का स्वाद चखने का मौका दिया है। फिलहाल इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के महेश चौगुले का पिछले 10 साल से कब्जा है। उन्होंने सपा के अब्दुल रशीद ताहिर मोमिन को हराकर यह क्षेत्र जीता था।
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रभुत्व वाली कुछ सीटों में से एक भिवंडी पूर्व की सीट भी है। जिसे 2019 के चुनाव में पार्टी के नेता रईस शेख ने जीतने में सफलता हासिल की थी। इसके पहले भी 2009 में ही पार्टी के अबू आजमी भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। महाराष्ट्र राज्य की विधानसभा में 138 नंबर से जाने जानी वाली कल्याण पश्चिम विधानसभा सीट पर मतदाताओं ने किसी भी पार्टी को लंबे समय तक टिकने का मौका नहीं दिया है। वर्तमान में शिवसेना के विश्वनाथ भोईर कल्याण पश्चिम क्षेत्र की जनता की आवाज विधानसभा में उठा रहे हैं। महाराष्ट्र के गठन के साथ ही भिवंडी लोकसभा क्षेत्र की मुरबाद विधानसभा सीट भी अस्तित्व में आ गई थी। इस क्षेत्र के मतदाताओं ने शिवसेना को छोड़कर सभी बड़े राजनीतिक दलों को जीतने का मौका दिया है। फिलहाल यहां लगातार 15 साल से बीजेपी के किसान कथोरे का कब्जा है। कथोरे इससे पहले भी 5 एनसीपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे।
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