उद्धव को भारी पड़ सकती है 'एकनाथ' की रणनीति, 400 से ज्यादा पार्षद शिंदे कैंप में हो सकते हैं शामिल
महाराष्ट्र में शिवसेना के लिए गहराया राजनीतिक संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। बताया जा रहा है कि बागी विधायकों को अपने पाले में लाने के बाद एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के कम से कम 400 पार्षदों और कुछ सांसदों की सूची तैयार की है, जिनका समर्थन उन्हें मिल सकता है।
मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना के लिए गहराया राजनीतिक संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौजूदा घटनाक्रमों को देखा जाए तो शिवसेना दो गुटों में बंटी हुई दिखाई दे रही है। एक गुट का नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं तो दूसरे का एकनाथ शिंदे... ऐसे में दोनों गुटों के बीच में तू-तू, मैं-मैं जमकर हो रही है, एक दूसरे को चुनौतियां दी जा रही हैं। लेकिन एकनाथ शिंदे राजनीति नामक शतरंज के तगड़े खिलाड़ी महसूस हो रहे हैं।
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महाराष्ट्र में जल्द ही निकाय चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में एकनाथ शिंदे न सिर्फ उद्धव ठाकरे को सत्ता से हटाने का प्रयास कर रहे बल्कि उन्हें एक और झटका देने की योजना पर काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बागी विधायकों को अपने पाले में लाने के बाद एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के कम से कम 400 पार्षदों और कुछ सांसदों की सूची तैयार की है, जिनका समर्थन उन्हें मिल सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना के 18 सांसदों में से 13-14 सांसद किसी भी समय उद्धव ठाकरे को झटका देकर एकनाथ शिंदे को अपना समर्थन दे सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, उल्हासनगर, पालघर और अन्य नगर निगमों के करीब 400 पार्षद शिंदे कैंप में शामिल हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि स्थानीय राजनीति में शिवसेना के लिए कांग्रेस रोड़ा बनती जा रही है, ऐसे में इन पार्षदों के शिंदे कैंप में शामिल होने की संभावना है।
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ऐसे में अगर शिवसेना पार्षद स्थानीय निकाय चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ते हैं तो यह शिवसेना के लिए बड़ा झटका माना जाएगा। शिंदे की सूची में शामिल अधिकांश पार्षदों का कार्यकाल मार्च में समाप्त हो चुका है और वो चुनावों का इंतजार कर रहे हैं।
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