MUDA Case: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ एक्शन, मैसूर लोकायुक्त में FIR दर्ज
एमयूडीए पर सिद्धरमैया की पत्नी बी एम पार्वती को 14 भूखंड आवंटित करने में अनियमितताएं बरतने का आरोप है। विशेष अदालत ने मैसूरु में लोकायुक्त पुलिस को आरटीआई कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा द्वारा दायर शिकायत पर जांच शुरू करने का निर्देश दिया था।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार को मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) साइट आवंटन मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। सिद्धारमैया के अलावा उनकी पत्नी, बहनोई और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर आईपीसी की धारा 351, 420, 340, आईपीसी 09, 120बी और अन्य सहित विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई है। इससे पहले कर्नाटक की एक विशेष अदालत ने मुडा मामले में सिद्धरमैया के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस से जांच कराने का आदेश दिया था।
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इसके साथ ही उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का रास्ता साफ हो गया था। कोर्ट के इसी आदेश के बाद यह कदम उठाया गया है। इस मामले में एमयूडीए पर सिद्धरमैया की पत्नी बी एम पार्वती को 14 भूखंड आवंटित करने में अनियमितताएं बरतने का आरोप है। विशेष अदालत ने मैसूरु में लोकायुक्त पुलिस को आरटीआई कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा द्वारा दायर शिकायत पर जांच शुरू करने का निर्देश दिया था। हालांकि, सिद्धरमैया बार-बार कह रहे है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और वह जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। दूसरी ओर भाजपा सिद्धरमैया और कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है और उनसे इस्तीफे की मांग कर रही है।
भाजपा ने भूआवंटन मामले में एक विशेष अदालत द्वारा मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ प्रदर्शन किया। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस के बारे में कहा जाता है कि कांग्रेस जमीन से जुड़ी हुई पार्टी है, जहां-जहां कांग्रेस सत्ता में आती है, वहां गरीब, दलित, SC-ST-OBC समाज के लोगों की जमीन अपने रिश्तेदारों के नाम करवाती है। उन्होंने आगे कहा कि नेशनल हेराल्ड, हरियाणा में दामाद और कर्नाटक में बीवी इन सभी को लाभार्थी बनाती है, इसलिए ये जमीन से जुड़ी हुई पार्टी कहलाती है।
भाजपा नेता ने कहा कि सत्ता में आकर लूटना कांग्रेस का काम है। कर्नाटक में करोड़ों रुपये के MUDA घोटाले का खुलासा होने के बाद कांग्रेस ने वही किया जो कोई सर्टिफाइड 'लुटेरा' करेगा। खुद को कानून के हाथों से बचाने के लिए उन्होंने सीबीआई की सामान्य सहमति वापस ले ली। वे पेशेवर चोर की तरह व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं कि अगर मुदा घोटाले में छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो सिद्धारमैया सीएम पद से इस्तीफा क्यों नहीं देते और स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की अनुमति क्यों नहीं देते?
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कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा सीएम सिद्धारमैया को घातक झटका देने और उनके खिलाफ एमयूडीए घोटाले के आरोपों की जांच की अनुमति देने के कुछ दिनों बाद, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को घोषणा की कि पार्टी सिद्धारमैया के साथ एकजुटता से खड़ी है और सीएम के इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया। कांग्रेस पार्टी प्रमुख ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान 2002 के गोधरा दंगों को याद किया और कहा कि उन्होंने आधुनिक भारत की सबसे घातक घटनाओं में से एक के बावजूद भी इस्तीफा नहीं दिया था।
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