मप्र चुनाव: केंद्रीय मंत्री पटेल ने मतदाताओं से कहा - 2018 की तरह कांग्रेस के वादों पर विश्वास करने की गलती न करें
कांग्रेस के कृषि ऋण माफी के वादे के कारण हम हार गए। क्या 15 महीने (जब कमलनाथ सरकार थी) में ऐसा हुआ।’’ 2018 के चुनावों में, कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने 109 सीटों के साथ सत्ता खो दी।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को चुनावी राज्य मध्य प्रदेश के लोगों से आग्रह किया कि वे कांग्रेस के झूठे वादों में न फंसें और इसके बजाय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)पर विश्वास करें। उन्होंने दावा किया कि भाजपा जो कहती है वह करती है।
पटेल को सत्तारूढ़ पार्टी ने मध्यप्रदेश की नरसिंहपुर सीट से मैदान में उतारा है। राज्य में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
पटेल ने अपने सहयोगी विजय उइके के लिए प्रचार करते हुए कहा, ‘‘लंबे समय से, कांग्रेस ने झूठे वादों और धोखे की राजनीति का सहारा लिया है। हम ऐसे कृत्यों में शामिल नहीं होते हैं। हम समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए जो कहते हैं वह करते हैं।’’
उइके सिवनी जिले की लखनादौन (एसटी) सीट से कांग्रेस के मौजूदा विधायक योगेन्द्र सिंह के खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार हैं। 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार गलती हुई थी।
कांग्रेस के कृषि ऋण माफी के वादे के कारण हम हार गए। क्या 15 महीने (जब कमलनाथ सरकार थी) में ऐसा हुआ।’’ 2018 के चुनावों में, कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने 109 सीटों के साथ सत्ता खो दी।
मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति वफादार कुछ विधायकों के विद्रोह के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई, जिससे चौथी बार मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान की वापसी का रास्ता साफ हो गया। पटेल ने दावा किया, हमारी किसी भी योजना का उद्देश्य मतदाताओं को लुभाना नहीं है।
यह समाज के सभी वर्गों के लाभ और उत्थान के लिए है। मंडला जिले की बिछिया (एसटी) सीट से अपने सहयोगी विजय आनंद मरावी के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रत्येक वोट मायने रखता है और आने वाली पीढ़ियों के भाग्य का फैसला करेगा।
मरावी का मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा विधायक नारायण सिंह पट्टा से है। पटेल ने मतदाताओं से आग्रह किया, पिछली बार कांग्रेस उम्मीदवार ने वादे किए थे लेकिन उनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ। कांग्रेस को झूठ बोलने और झूठे वादे करने की आदत है। उनके जाल में मत फंसिए।
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