छह वर्षों में हुनर हाट के जरिये पांच लाख से ज्यादा लोगों को मिला रोजगार : नकवी
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि पिछले छह वर्ष में हुनर हाट के जरिये पांच लाख से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ है।
लखनऊ। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि पिछले छह वर्ष में हुनर हाट के जरिये पांच लाख से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ है। नकवी ने हुनर हाट लखनऊ के रविवार को समापन पर अवध शिल्पग्राम में पत्रकारों से कहा, ‘‘ हुनर हाट में जहां एक ओर देश के हर क्षेत्र के स्वदेशी हस्तनिर्मित दुर्लभ उत्पाद उपलब्ध हुए, वहीँ यहां आने वाले लोगों ने देश के विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक लजीज़ पकवानों का भी लुत्फ़ उठाया।
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उन्होंने कहा कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा 22 जनवरी से सात फरवरी तक आयोजित 24वें हुनर हाट में 29 लाख से ज्यादा लोगों ने आ कर दस्तकारों एवं शिल्पकारों की हौसला अफजाई की और वे करोड़ों रूपये के स्वदेशी उत्पादों की ख़रीदारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान का अभिमान’’ बनें। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने आगामी कार्यक्रमों का ब्यौरा देते हए कहा कि 25वें ‘हुनर हाट’ का आयोजन कर्नाटक के मैसूर में चाम्राज्यपुरम स्थित महाराजा कॉलेज ग्राउंड में छह से 14 फरवरी 2021 तक किया जा रहा है।
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उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में ‘हुनर हाट’ का आयोजन नई दिल्ली (20 फरवरी से एक मार्च 2021 तक), कोटा (28 फरवरी से 7 मार्च 2021 तक), जयपुर, चंडीगढ़, इंदौर, मुंबई, हैदराबाद, रांची, सूरत/अहमदाबाद, कोच्चि, पुडुचेरी आदि स्थानों पर होगा। नकवी ने बताया कि लखनऊ के ‘हुनर हाट’ में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड, ओड़िशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल सहित 31 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 500 दस्तकार एवं शिल्पकाल शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि ये दस्तकार, शिल्पकार अपने साथ अजरख, बाघ प्रिंट, बाटिक, बनारसी साड़ी, बंधेज, बस्तर की जड़ी-बूटियां, ब्लैक पॉटरी, ब्लॉक प्रिंट, बेंत-बांस के उत्पाद, चिकनकारी, खादी के उत्पाद, कोटा सिल्क, लाख की चूड़ियाँ, पश्मीना शाल, रामपुरी वायलिन आदि स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पाद ले कर आये। नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ में प्रतिदिन शाम को देश के जाने-माने कलाकारों द्वारा आत्मनिर्भर भारत विषय वस्तु पर पेश किये गए कार्यक्रम भी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहे। कैलाश खेर (30 जनवरी), विनोद राठौर (28 जनवरी), सुदेश भोंसले (6 फरवरी),मोहित खन्ना (22 जनवरी), भुप्पी (23 जनवरी), रेखा राज (24 जनवरी), रानी इन्द्राणी (25 जनवरी), एहसान कुरैशी (चार फरवरी)जैसे प्रसिद्ध कलाकारों ने अपने कार्यक्रमों से लोगों को मंत्र मुग्ध किया। उल्लेखनीय है कि लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में आयोजित 24वें हुनर हाट का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था।
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