विश्वनाथ धाम का 60 प्रतिशत से अधिक का काम पूरा, विधानसभा चुनाव से पहले आप जनता के लिए शुरू
पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरिडोर नवम्बर तक तैयार हो जाएगा। 2022 के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस कॉरिडोर का उद्घाटन करके इसे जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कार्य जोरों पर है। कॉरिडोर परियोजना की नींव साल 2009 में मौजूदा प्रदेश सरकार के कार्यकाल में रखी गई थी लेकिन स्थानीय विरोध के चलते इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था, पर जब दुबारा साल 2018 के शुरू होते-होते मौजूदा प्रदेश सरकार ने इस परियोजना को एक बार फिर से शुरू किया। काशी विश्वनाथ धाम में मिले प्राचीन मंदिरों का इतिहास के दस्तावेजों को तैयार करने के लिए एएसआई भोपाल की टेंपल सर्वे की तीन सदस्यीय टीम ने अपना काम शुरू किया था।
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परियोजना में मिले प्राचीन मंदिरों का इतिहास, उनकी प्राचीनता, उनकी विशेषता के अलावा मंदिरों के निर्माता की जानकारियां जुटाई गयी थी। विश्वनाथ धाम में स्थित तीस मंदिर ऐसे थे, जिनका जिक्र तो स्कंद पुराण के काशी खंड में मिलता है। मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरिडोर का कार्य लगभग इस साल नवंबर तक पूरी होने की उम्मीद जतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि 2022 के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस कॉरिडोर का उद्घाटन करके इसे जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है, की राम मंदिर से पहले विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट तैयार हो जाएगा भगवान राम देश के करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक हैं।
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कई सदियों के बाद ऐसा मौका आया है जब अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है। पर राम मंदिर के निर्माण कार्य का लक्ष्य 2023 में पूरा होना प्रस्तावित है वहीं बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर का कार्य इसी साल नवंबर में ही पूरा हो जाएगा। कॉरिडोर में प्रमुख मार्गों के अलावा गंगा व्यू कैफे बनाने की योजना प्रस्तावित है। यहां आने वाले श्रद्धालु दिव्य और सात्विक भोजन का प्रसाद भी ग्रहण कर सकेंगे। विश्वनाथ धाम परियोजना से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक मंदिर का 60% से अधिक काम पूरा हो गया है, इस प्रोजेक्ट में जितने भी भवन बनने थे बन चुके हैं। वहां अब डेकोरेशन यानी सजावट और सुंदरीकरण का काम हो रहा है।
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