प्रधानमंत्री मोदी ने पहना फेरन, जम्मू-कश्मीर के खेतीहर मजदूर ने किया था भेंट
सूत्रों के मुताबिक मोदी ने उपहार में मिले इस फेरन को जम्मू एवं कश्मीर के अपने आगामी दौरे के दौरान पहनने की योजना बनाई थी लेकिन कोरोना महामारी की वजह से उनका केंद्र शासित प्रदेश जाने का कोई कार्यक्रम नहीं बन सका।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आम तौर जब किसी कार्यक्रम में शामिल होते हैं तो वह उस कार्यक्रम से संबंधित परिधानों को तरजीह देते हैं और शनिवार को भी ऐसा ही हुआ। जम्मू एवं कश्मीर में आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, सेहत की शुरुआत के मौके पर उन्होने इस केंद्रशासित प्रदेश की पारम्परिक ‘फेरन’ को अपने परिधान के रूप में अपनाया। प्रधानमंत्री के करीबी सूत्रों के मुताबिक इस फेरन को उन्हें जम्मू एवं कश्मीर के एक खेतीहर मजदूर ने पिछले साल सर्दियों के मौसम में उपहार के रूप में भेंट की थी। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने उपहार में मिले इस फेरन को जम्मू एवं कश्मीर के अपने आगामी दौरे के दौरान पहनने की योजना बनाई थी लेकिन कोरोना महामारी की वजह से उनका केंद्र शासित प्रदेश जाने का कोई कार्यक्रम नहीं बन सका।
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सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित आज के कार्यक्रम में इस ‘‘विशेष उपहार’’ के रूप में मिले फेरन को पहना। हाल के दिनों में डिजीटल माध्यम से आयोजित कई कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री ने बंगाली शॉल धारण किए थे। कंधों से लेकर एड़ियों तक लंबा पहनावा फेरन कश्मीर की परम्परा और संस्कृति का हिस्सा है। फारसी में इसे पेहराहन कहा जाता है।
आज जम्मू-कश्मीर के हर निवासी के लिए आयुष्मान भारत ‘सेहत’ योजना शुरु की गई है।
— BJP (@BJP4India) December 26, 2020
आयुष्मान योजना के तहत जम्मू-कश्मीर में 1 लाख लोग लाभान्वित हो चुके हैं।
पहले 6 लाख परिवारों को लाभ मिल रहा था, अब सेहत योजना के बाद सभी 21 लाख परिवारों को इसका लाभ मिलेगा।
- श्री @narendramodi pic.twitter.com/LT7lWLvjLD
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