Misreporting से चुनाव प्रबंधन निकायों की विश्वसनीयता को अधिक नुकसान होता है: मुख्य चुनाव आयुक्त
चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) की विश्वसनीयता को अधिक नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि ऐसे सर्वेक्षण अग्रणी कार्यों में किसी काम नहीं आते। कुमार ने ईएमबी से आवश्यक मापदंडों और मानकों के साथ आने का आग्रह किया, जिसे इस तरह के सर्वेक्षणों और रैंकिंग का मार्गदर्शन करना चाहिए।
बेंगलुरु। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने बृहस्पतिवार को कुछ एजेंसियों और संगठनों की ‘गलत’ रिपोर्ट को रेखांकित करते हुए कहा कि इनसे चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) की विश्वसनीयता को अधिक नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि ऐसे सर्वेक्षण अग्रणी कार्यों में किसी काम नहीं आते। कुमार ने ईएमबी से आवश्यक मापदंडों और मानकों के साथ आने का आग्रह किया, जिसे इस तरह के सर्वेक्षणों और रैंकिंग का मार्गदर्शन करना चाहिए।
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वह वर्चुअल प्रारूप में ‘समावेशी चुनाव और चुनाव अखंडता’ विषय पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्य चुनाव आयुक्त अपने साथी चुनाव आयुक्तों के साथ बेंगलुरु में थे, जहां उन्होंने कर्नाटक की चुनावी तैयारियों का भी आकलन किया। उन्होंने अफसोस जताया कि कम समावेशिता वाले देशों को उच्च स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा, “त्रुटिपूर्ण रिपोर्ट से ईएमबी की विश्वसनीयता को अधिक नुकसान होता है।
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