बिखरने लगा केजरीवाल का कुनबा, मंत्री राजकुमार आनंद ने दिया इस्तीफा, भ्रष्टाचार पर AAP के रुख पर उठाए सवाल
आनंद दिल्ली में समाज कल्याण मंत्रालय संभालते थे। यहां तक की शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग भी दिया गया था। हालांकि बाद में ये विभाग सौरभ भारद्वाज और आतिशी को आवंटित किए गए थे। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उनकी सरकार का जो रुख है उससे वो खफा है। दूसरी पार्टी ज्वाइन करने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि ऐसा कोई विचार नहीं है।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। ईडी की रडार पर आए उसके नेताओं के एक-एक कर जेल जाने के बाद आप को एक और झटका लगा है। दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने मंत्री पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पिछले साल नवंबर में उनके आवास पर ईडी का छापा पड़ा था। आनंद दिल्ली में समाज कल्याण मंत्रालय संभालते थे। यहां तक की शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग भी दिया गया था। हालांकि बाद में ये विभाग सौरभ भारद्वाज और आतिशी को आवंटित किए गए थे। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उनकी सरकार का जो रुख है उससे वो खफा है। दूसरी पार्टी ज्वाइन करने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि ऐसा कोई विचार नहीं है।
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और आप नेता राज कुमार आनंद के ठिकानों पर 22 घंटे से अधिक समय तक छापेमारी की थी। छापेमारी पूरी होने के बाद एपीपी मंत्री ने एएनआई समाचार एजेंसी को बताया कि तलाशी के दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला था। आनंद ने एजेंसी की कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि छापेमारी महज व्यक्तियों को परेशान करने का एक बहाना थी। आनंद के खिलाफ जांच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के अनुसार की गई। ईडी की जांच अंतरराष्ट्रीय हवाला लेनदेन के अलावा ₹7 करोड़ से अधिक की सीमा शुल्क चोरी के लिए आयात में झूठी घोषणाओं के आरोप में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा दायर आरोप पत्र से शुरू हुई है।
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