मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश से लाखों क्वांटल अनाज भींगा, किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीर
अनाज परिवहन न होने से खुले में पड़ा-पड़ा भीग गया है। जबकि मौसम विभाग ने इस बारिश का कई दिन पूर्वानुमान बता दिया था। हालत यह है कि विदिशा की सभी 199 सोसायटियों में से 100 सोसायटियों का अनाज खुले में पड़ा हुआ है। जो पूरी तरह भीग चुका है और प्रशानिक अधिकारी मैदान से नदारद है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में अचानक बुधवार रात से हो रही बारिश ने किसानों के चेहरे की खुशी छीन ली है। प्रदेश के विदिशा जिले में कल रात से रुक रुक कर हो रही तेज़ बारिश किसानों के लिए आफत की बारिश गई है। क्योंकि यहाँ की सहकारी समितियों के बाहर हज़ारों किसान पिछले कई दिनों से अपनी उपज से भरी ट्रॉली लिए यहाँ रुके हुए है। लेकिन कभी बारदाना तो कभी अन्य कारणों से उनकी फसल को तोलने में टालमटोल प्रशासन द्वारा की जाती रही। जिसके परिणामस्वरूप गुरूवार को इन किसानों की सारी फसल पानी से भीग गई। वही इन सोसायटियों द्वारा किसानों से खरीदा अनाज परिवहन न होने से खुले में पड़ा-पड़ा भीग गया है। जबकि मौसम विभाग ने इस बारिश का कई दिन पूर्वानुमान बता दिया था। हालत यह है कि विदिशा की सभी 199 समितियों में से 100 समितियों का अनाज खुले में पड़ा हुआ है। जो पूरी तरह भीग चुका है और प्रशानिक अधिकारी मैदान से नदारद है। जबकि ,समिति प्रबंधन अब एक दूसरे पर मामला टाल रहे है।
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जिले के ब्योची से आये किसान रूपनारायण मीना और सौराई से आये नारायण सिंह अपनी बारी आने पर 15 दिन से चने से भरी ट्राली लेकर विदिशा की बँधेरा सोसाइटी पर आए थे। लेकिन समिति प्रबन्धन उनकी फसल को लेकर टालमटोल करता रहा। जबकि वह बोलते रहे कि बारिश आने वाली है, लेकिन सही समय पर तुलाई न होने से गुरूवार को बारिस आने से चने की पूरी फसल भीग गई है। इसी तरह किसान शिवराम रघुवंशी और किसान अंशुमान परमार भी 8-10 दिन पहले अपनी फसल लेकर नटेरन सोसाइटी पर आए थे। लेकिन वारदाना खत्म हो गया तो खुद वारदाना खरीद लाये, फिर मजदूरों की कमी बताकर उनकी फसल लेने में अधिकारी आनाकानी करते रहे तो खुद के मजदूर ले आये लेकिन फिर भी अनाज नही तुला और पूरा भीग गया। अब इन जैसे सैंकड़ो किसानों का कहना है कि वो भीगा हुआ एक भी दाना घर नही ले जायेंगे चाहे यहीं सड़ जाये सरकार को एक-एक दाना खरीदना होगा नटेरन सोसाइटी पर भी हज़ारो क्विंटल अनाज भीग गया है। वही अब अगर सरकार इस फसल को लेने से इनकार कर देती है तो इनका अनाज सड़ जायेगा और इन्हें लाखो रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा।
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इसी तरह विदिशा उपज मंडी स्थित बँधेरा सोसाइटी में लगभग 5 हज़ार क्विंटल अनाज भीग गया है। इस पर प्रबंधन का कहना है कि उन्हें निर्देश मिले थे कि बारिश आने बाली है। इसलिए सब ढंक दिया था, लेकिन हवा में सारी तिरपाल उड़ गई और अनाज भीग गया। वही अब ये लोग धूप से अनाज सुखा कर सही करने की बात कह रहे है। इस संबंध में विदिशा विधायक शशांक भार्गव का कहना है कि उन्होंने कल ही जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर चेताया था कि जिले में सारा अनाज खुले में पड़ा है और किसान भी कई दिनों से सोसायटियों के बाहर खड़े है, बारिश आने वाली है इनको सुरक्षित किया जाये। जबकि कई किसानों की तो फसल बिक चुकी है, लेकिन उन्हें पर्ची नही दी है। अगर प्रशासन ने फसल खरीदने से इन्कार कर दिया तो किसानों का करोड़ो रूपये का नुकसान हो जायेगा।
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