Mehbooba Mufti Birthday: महबूबा मुफ्ती को विरासत में मिली सियासत, ऐसे तय किया जम्मू-कश्मीर के सीएम पद तक का सफर

Mehbooba Mufti Birthday
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केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती आज यानी की 22 मई को अपना 64वां जन्मदिन मना रही हैं। उनको जम्मू कश्मीर की सबसे दमदार राजनेताओं की लिस्ट में शामिल किया जाता है।

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती आज यानी की 22 मई को अपना 64वां जन्मदिन मना रही हैं। उनको जम्मू कश्मीर की सबसे दमदार राजनेताओं की लिस्ट में शामिल किया जाता है। साल 2016 से 2018 तक वह जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री रहीं। बता दें कि उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के बाद जम्मू कश्मीर पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी ने महबूबा मुफ्ती को नए उम्मीदवार के तौर पर चयनित किया था। बीजेपी संग अलांयस बनाकर उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाई थी। वहीं साल 2018 में गठबंधन टूट जाने से उनकी सरकार गिर गई थी। आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और परिवार

कश्मीर के अनंतनाग जिले में 22 मई 1959 को महबूबा मुफ्ती का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम मोहम्मद मुफ्ती सैयद और मां का नाम गुलशन नजीर है। महबूबा मुफ्ती कश्मीर के एक जाने-माने राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं। महबूबा को राजनीति विरासत में मिली। वहीं उनके पिता मो. मुफ्ती सैयद देश के गृहमंत्री और जम्मू-कश्मीर के सीएम भी रह चुके थे। आतंकवादियों ने साल 1989 में एक प्लेन को हाइजैक कर लिया था। तब यात्रियों के बदले एक कुख्यात आतंकी को छोड़ने की मांग की गई थी। इस प्लेन हाइजैक में महबूबा की बहन रुबिया भी शामिल थीं। इस दौरान मो. मुफ्ती सैयद देश के गृह मंत्री थे।

शिक्षा

बता दें कि महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर यूनिवर्सिटी से एलएलबी की शिक्षा पूरी की है। वहीं पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने पीडीपी की कमान संभाली और राजनीति में सक्रिय हो गईं। उनकी दो बेटियां हैं, जिनका नाम इल्तिजा और इर्तिका है। महबूबा मुफ्ती का काफी पहले उनके पति से तलाक हो चुका है।

पॉलिटिकल करियर

महबूबा मुफ्ती ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत कांग्रेस पार्टी के साथ की थी। साल 1996 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर के बिजबेहरा विधानसभा से चुनाव में उतरी थीं। इस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की। उस समय जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला की सरकार थी। वहीं महबूबा संसद में विपक्ष का नेतृत्व कर रही थीं। फिर साल 1999 में उन्होंने श्रीनगर से सांसदी का चुनाव लड़ा। लेकिन इस दौरान उनको उमर अब्दुल्ला के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। 

वहीं कांग्रेस से मतभेद के बाद पीडीपी का गठन हुआ और महबूबा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह पीडीपी की उपाध्यक्ष बनीं। साल 2002 के राज्यसभा चुनाव में उन्होंने पहलगाम सीट से जीत हासिल की। फिर साल 2004 और 2014 के चुनाव में भी जीत हासिल की। वहीं जम्मू-कश्मीर की राजनीति में बदलाव तब आया, जब पीडीपी और बीजेपी के बीच गठबंधन हुआ और चुनाव जीतकर मो. मुफ्ती सैयद जम्मू-कश्मीर के सीएम बनें। वहीं पिता की मृत्यु के बाद सत्ता की बागडोर महबूबा मुफ्ती के हाथों में आई और वह केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।

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