मेधा पाटकर की अपील किसान आंदोलन को बनाए सफल, 26 नवम्बर से दिल्ली में डालेंगी डेरा

Medha Patkar's appeal
दिनेश शुक्ल । Nov 23 2020 11:55AM

मेधा पाटकर ने इंदौर में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में कोरोना संक्रमण की आपदा को देशी विदेशी कारपोरेट के लिए मुनाफा कमाने के अवसर में तब्दील कर दिया है। देश के लाखों श्रमिकों के मूलभूत अधिकारों में कटौती करते हुये 44 से ज्यादा श्रम कानूनों को निरस्त कर पूंजीपतियों और उद्योग मालिकों के अनुरुप बना दिया है

इंदौर। देशभर के 500 से ज्यादा किसान संगठनों के व्यापक समन्वय ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति की वर्किंग कमेटी सदस्य तथा नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर ने दिल्ली में आगामी 26 नवम्बर को देशव्यापी मजदूर-किसान हड़ताल और 26-27 नवम्बर किसान आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है। उन्होंने दावा किया है कि देश के कोने-कोने से 26 नवम्बर को करीब 10 लाख से ज्यादा किसान दिल्ली पहुंचेंगे तथा डेरा डालो आंदोलन करेंगे। किसानों के इस आंदोलन का मजदूर संगठनों ने भी समर्थन किया है। साथ ही 26 नवम्बर को होने वाली मजदूर हड़ताल का किसान संगठनों ने समर्थन किया है।

 

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मेधा पाटकर ने  इंदौर में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में कोरोना संक्रमण की आपदा को देशी विदेशी कारपोरेट के लिए मुनाफा कमाने के अवसर में तब्दील कर दिया है। देश के लाखों श्रमिकों के मूलभूत अधिकारों में कटौती करते हुये 44 से ज्यादा श्रम कानूनों को निरस्त कर पूंजीपतियों और उद्योग मालिकों के अनुरुप बना दिया है। जबकि कृषि सुधार के नाम पर तीन किसान विरोधी कानून संसद में अलोकतांत्रिक तरीके से पास किये गये हैं, जिसके तहत पहले से ही बड़ी कम्पनियों के मुनाफे के जाल में फंसा किसान अब पूरी तरह इन कम्पनियों की गिरफ्त में आ जायेगा। उन्होंने किसानों से दिल्ली चलो की अपील की है।

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इस दौरान किसान संघर्ष समिति मालवा निमाड़ के संयोजक रामस्वरूप मंत्री ने कहा कि पहली बार देश के किसान और मजदूर एकजुट होकर नरेंद्र मोदी सरकार का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार ने वर्षों के संघर्ष के बाद हासिल किए गए श्रम कानूनों और श्रम अधिकारों को जमींदोज कर श्रमिकों को बंधुआ बनाने की साजिश रची है। वहीं किसानी को बर्बाद करने का संकल्प लिया है। इसी के तहत पूरे देश में किसानों में आक्रोश है। 26 व 27 तारीख को घेरा डालो डेरा डालो के तहत देश के कोने-कोने से लाखों किसान दिल्ली पहुंचेंगे। महाराष्ट्र और निमाड़ से जाने वाले किसानों के जत्थे इंदौर होकर गुजरेंगे।

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वही इंदौर में सभी किसान संगठन मिलकर दिल्ली जाने वालों का स्वागत करेंगे। 24 नवम्बर को सुबह 8.00 बजे अंबेडकर प्रतिमा गीता भवन चौराहे पर स्वागत किया जाएगा। अखिल भारतीय किसान सभा इंदौर इकाई के सचिव अरुण चौहान ने कहा कि सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियन  मिलकर 26 तारीख को हड़ताल करेगी तथा इंदौर के संभाग आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन होगा। साथ ही 27 को किसान और मजदूर एकजुटता के साथ दिल्ली में तो भागीदारी करेंगे।

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