EU सांसदों के कश्मीर दौरे को लेकर मायावती ने साधा मोदी सरकार पर निशाना
मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर में प्रभावी रहे अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद वहां की वर्तमान स्थिति के आकलन के लिये यूरोपीय संघ के सांसदों को जम्मू-कश्मीर भेजने से पहले केन्द्र सरकार अगर अपने देश के, खासकर विपक्षी पार्टियों के सांसदों को वहां जाने की अनुमति देती तो बेहतर होता।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा यूरोपीय संघ के सांसदों को जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत दिये जाने पर कहा है कि विपक्षी दलों को भी जाने की अनुमति दी जाती तो अच्छा होता। मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर में प्रभावी रहे अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद वहां की वर्तमान स्थिति के आकलन के लिये यूरोपीय संघ के सांसदों को जम्मू-कश्मीर भेजने से पहले केन्द्र सरकार अगर अपने देश के, खासकर विपक्षी पार्टियों के सांसदों को वहां जाने की अनुमति देती तो बेहतर होता।
जम्मू-कश्मीर में संविधान की धारा 370 को समाप्त करने के उपरान्त वहाँ की वर्तमान स्थिति के आकलन के लिए यूरोपीय यूनियन के सांसदों को जेके भेजने से पहले भारत सरकार अगर अपने देश के खासकर विपक्षी पार्टियों के सांसदों को वहाँ जाने की अनुमति दे देती तो यह ज्यादा बेहतर होता।
— Mayawati (@Mayawati) October 29, 2019
गौरतलब है कि यूरोपीय संघ के 27 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहा है। यह शिष्टमंडल जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद वहां की स्थिति का आकलन करेगा। विपक्ष का आरोप है कि अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किये जाने के बाद सरकार ने उसके नेताओं को जम्मू-कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिये जाने से रोक दिया था जबकि यूरोपीय संघ के सांसदों को वहां जाने की इजाजत दे दी गयी है, जो सही नहीं है।
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