'गुलाम' के बाद अब मनीष तिवारी के बोल भी हुए 'आजाद', कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव पर उठाए सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव से जुड़ी प्रतिनिधियों (डेलीगेट) की सूची सार्वजनिक नहीं किये जाने को लेकर सवाल खड़े करते हुए बुधवार को कहा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिये जरूरी है कि यह सूची पार्टी की वेबसाइट पर डाली जाए।
नयी दिल्ली। गुलाम नबी आजाद से जिस दिन कांग्रेस से इस्तीफा दिया उस दिन यह साफ हो गया कि पार्टी के कई नेता नेतृत्व से खुश नहीं हैं। पार्टी के बीच एक अलग ही कलह मची हैं। जहां कुछ लोगों ने आजाद के पार्टी छोड़ने को लेकर इनपर निशाना साधा वहीं कुछ नेताओं ने दबी आवाज में गुलाम नबी आजाद का समर्थन किया। 17 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के लिए चुनाव होने वाले हैं ऐसे में अब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पार्टी में होने वाले अध्यक्ष पद के लिए फॉलो की जाने वाली चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाएं हैं।
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव से जुड़ी प्रतिनिधियों (डेलीगेट) की सूची सार्वजनिक नहीं किये जाने को लेकर सवाल खड़े करते हुए बुधवार को कहा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिये जरूरी है कि यह सूची पार्टी की वेबसाइट पर डाली जाए। तिवारी ने पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री के इस बयान पर आपत्ति जताई कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करने वाले निर्वाचन मंडल यानी प्रतिनिधियों की सूची प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के कार्यालयों में उपलब्ध रहेगी और जो चुनाव लड़ेंगे, उन्हें यह मुहैया करा दी जाएगी। लोकसभा सदस्य तिवारी ने कहा कि ऐसा तो क्लब के चुनाव में भी नहीं होता।
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उन्होंने ट्वीट किया, मधुसूदन मिस्त्री जी से पूरे सम्मान से पूछना चाहता हूं कि निर्वाचन सूची के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हुए बिना निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकता है? निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव का आधार यही है कि प्रतिनिधियों के नाम और पते कांग्रेस पार्टी की वेबसाइट पर पारदर्शी तरीके से प्रकाशित होने चाहिए। कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह में शामिल रहे तिवारी ने कहा, ‘‘यह 28 प्रदेश कांग्रेस कमेटी और आठ क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी का चुनाव नहीं है। कोई क्यों पीसीसी के कार्यालय जाकर पता करे कि प्रतिनिधि कौन हैं? सम्मान के साथ कहना चाहता हूं कि ऐसा क्लब के चुनाव में भी नहीं होता।’’
उन्होंने कहा, मैं आपसे (मिस्त्री से) आग्रह करता हूं कि निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये सूची प्रकाशित की जाए। तिवारी ने कहा कि अगर कोई चुनाव लड़ना चाहता है और यह नहीं जानता कि प्रतिनिधि कौन हैं तो वह नामांकन कैसे करेगा क्योंकि उसे 10 कांग्रेस प्रतिनिधियों की बतौर प्रस्तावक जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि 10 प्रस्तावक नहीं होंगे तो नामांकन खारिज हो जाएगा। कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी, 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं और यदि एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा।
1/1 With great respect @MD_Mistry ji How can there be a fair & free election without a publicly available electoral roll ? Essence of a fair & free process is names & addresses of electors must be published on @INCIndia website in a transparent manner. https://t.co/7lRqSwqseV
— Manish Tewari (@ManishTewari) August 31, 2022
1/3 election not to 28 PCC’s & 8 TCC’s.Why should someone have to go to every PCC office in the country to find out who the electors are ? This does not happen in a club election also with great respect. In interests of fairness & transparency I urge your gods self to publish
— Manish Tewari (@ManishTewari) August 31, 2022
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— Manish Tewari (@ManishTewari) August 31, 2022
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