मणिपुर : प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के ‘अत्यधिक बल प्रयोग’ की जांच के लिए समिति गठित

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दो युवकों की हत्या के खिलाफ छात्रों की विरोध रैली के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा चलाई गई ‘‘पैलेट गोलियों’’ की चपेट में आने से दो स्कूली छात्र बुरी तरह घायल हो गए। अस्पताल के अधिकारियों ने संवाददाताओं को बताया कि एक छात्र के सिर के पीछे तीस से अधिक छर्रे लगे थे, जबकि दूसरे छात्र का कंधा घातक हथियार से लगने के कारण फट गया था।

मणिपुर सरकार ने पिछले दो दिन में यहां सुरक्षा बलों के प्रदर्शनकारियों, मुख्य रूप से छात्रों पर कथित रूप से अत्यधिक बल प्रयोग की शिकायतों की जांच के लिए बृहस्पतिवार को एक समिति का गठन किया। एक आधिकारिक आदेश से यह जानकारी मिली। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, ‘‘इंफाल क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा अत्यधिक बल के इस्तेमाल की कई रिपोर्ट/आरोप सामने आए हैं।’’ आदेश में कहा गया है कि समिति की अध्यक्षता महानिरीक्षक (प्रशासन) के. जयंत करेंगे और यह ‘‘जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेगी।’’

मणिपुर की राजधानी में मंगलवार और बुधवार को दो दिनों तक हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। हजारों छात्र दो युवकों के अपहरण और हत्या के विरोध में सड़कों पर उतरे थे। इन युवकों के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई थीं। मंगलवार की रात दोनों की हत्या को लेकर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के कर्मियों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई, जिसके बाद कानून लागू करने वालों को आंदोलनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और रबर की गोलियां चलानी पड़ीं और उन पर लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में 45 प्रदर्शनकारी घायल हो गए जिनमें से अधिकतर छात्र थे। बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ इसी तरह की झड़प में लगभग 20 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।

इस बीच, को-आर्डिनेशन कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी (सीओसीओएमआई) ने बुधवार को छात्र प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ‘‘आरएएफ और सुरक्षा बलों की बर्बर कार्रवाई’’ की निंदा की और इसे ‘‘मानवाधिकारों का उल्लंघन’’ करार दिया। दो युवकों की हत्या के खिलाफ छात्रों की विरोध रैली के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा चलाई गई ‘‘पैलेट गोलियों’’ की चपेट में आने से दो स्कूली छात्र बुरी तरह घायल हो गए। अस्पताल के अधिकारियों ने संवाददाताओं को बताया कि एक छात्र के सिर के पीछे तीस से अधिक छर्रे लगे थे, जबकि दूसरे छात्र का कंधा घातक हथियार से लगने के कारण फट गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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