ममता बनर्जी ने फिर कहा, बंगाल में लागू नहीं होगा NRC
सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को दावा किया था कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के डर से अभी तक चार लोग आत्महत्या कर चुके हैं जबकि आवश्यक दस्तावेज हासिल करने के लिए कतारों में प्रतीक्षा करते हुए चार लोगों की मौत हो चुकी है।
मेदिनीपुर (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को लोगों में इस डर को दूर करने का प्रयास किया कि राज्य में एनआरसी कराया जाएगा। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के डेबरा में एक प्रशासनिक बैठक को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि यह निराशाजनक है कि राज्य में एनआरसी कराए जाने के डर से लोगों ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में एनआरसी की कवायद नहीं होगी।’’
Administrative Review Meeting of Paschim Medinipur and Jhargram districts at Debra, Paschim Medinipur. Some pictures pic.twitter.com/nN4yV6Lqux
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) September 25, 2019
मुख्यमंत्री ने पहले भी कहा था कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी नहीं लागू होगा। सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को दावा किया था कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के डर से अभी तक चार लोग आत्महत्या कर चुके हैं जबकि आवश्यक दस्तावेज हासिल करने के लिए कतारों में प्रतीक्षा करते हुए चार लोगों की मौत हो चुकी है। बनर्जी ने कहा कि डिजिटल राशन कार्ड जारी करने, बदलने और उसका उन्नयन करने के लिए नौ सितम्बर से 27 सितम्बर तक चलाया जाने वाला कार्यक्रम फिर से पांच नवम्बर से 30 नवम्बर तक चलेगा ताकि ‘‘राज्य के हर नागरिक को सहयोग मिल सके।’’
इसे भी पढ़ें: NRC के खौफ से हुई मौतों का दोष हम पर नहीं मढ़ा जा सकता: भाजपा
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब बंगाल के विभिन्न इलाकों में बीडीओ और अन्य दफ्तरों के साथ ही नगर निकायों के कार्यालयों के बाहर आवश्यक दस्तावेज जुटाने के लिए बड़ी- बड़ी कतार देखी जा रही हैं। लोगों में इस बात का भय है कि भविष्य में राज्य में एनआरसी कराया जा सकता है।
अन्य न्यूज़