डॉक्यूमेंट्री काली विवाद पर बोलीं ममता की पार्टी की सांसद, मेरे लिए काली मांसाहारी और मदिरा स्वीकार करने वालीं, पोस्टर में कुछ भी गलत नहीं
डॉक्यूमेंट्री काली के पोस्टर पर सांसद महुआ मोइत्रा ने इसका बचाव करते हुए कहा कि मुझे इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट में बोलते हुए तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने फिल्म के पोस्टर में देवी काली को सिगरेट पीते हुए दिखाए जाने पर हुए विवाद को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कनाडा में रह रहीं भारतीय मूल की फ़िल्मकार लीना मणिमेकलाई द्वारा अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म के पोस्टर में माँ काली का अपमान किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। लेकिन वहीं देश में ही कुछ पक्ष ऐसे भी हैं जो इसे सही ठहरा रहे हैं। एक तरफ पैगंबर के अफमान की दुहाई देकर नुपुर शर्मा के बयान के बहाने ममता बनर्जी देश के माहौल खराब करने के लिए बीजेपी पर निशाना साध रही हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी की सांसद हिन्दू देवी के आपत्तिजनक पोस्टर को सही ठहराती नजर आ रही हैं। डॉक्यूमेंट्री काली के पोस्टर पर सांसद महुआ मोइत्रा ने इसका बचाव करते हुए कहा कि मुझे इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट में बोलते हुए तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने फिल्म के पोस्टर में देवी काली को सिगरेट पीते हुए दिखाए जाने पर हुए विवाद को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
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टीएमसी सांसद ने कहा कि मेरे लिए काली, मांस खाने वाली, शराब स्वीकार करने वाली देवी हैं। आपको अपनी देवी की कल्पना करने की स्वतंत्रता है। कुछ स्थान ऐसे हैं जहां देवताओं को व्हिस्की अर्पित की जाती है और कुछ अन्य स्थानों पर यह ईशनिंदा होगी। मोइत्रा ने कहा कि अगर आप तारापीठ जाएं तो वहां काली के मंदिर के पास साधू आपको स्मोकिंग करते हुए मिलेंगे और लोग ऐसी काली की पूजा भी करते हैं। हिंदू होते हुए भी मुझे मेरी काली को मेरे हिसाब से देखने की आजादी है और लोगों को भी होनी चाहिए। सांसद ने कहा कि भगवान को अपने हिसाब से पूजने की आजादी होनी चाहिए।
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नेटिज़न्स ने आरोप लगाया है कि फिल्म का पोस्टर हिंदू देवी का अपमान है और धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। जिसके बाद ओटावा में स्थित भारतीय हाई कमीशन की तरफ से भी बयान जारी करते हुए कहा गया कि हमें हिन्दू समुदाय के नेताओं की तरफ से एक फिल्म के पोस्टर में हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानजनक तरीके से प्रदर्शित किए जाने की शिकायतें मिली हैं। इस फिल्म को टोरंटो स्थित ‘आगा खान म्यूजियम’ में ‘अंडर द टेंट’ परियोजना के तहत दिखाया जा रहा है। टोरंटो में हमारे काउंसलेट जनरल ने इस कार्यक्रम के आयोजकों के समक्ष इन चिंताओं को रखा है।” साथ ही भारतीय दूतावास ने भी कनाडा की सरकार एवं प्रशासन से अनुरोध किया कि इस तरह के भड़काऊ कंटेंट्स को कार्यक्रम से तुरंत हटाए जाएं।
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