महादयी मुद्दे पर गेंद भाजपा के पाले में: सिद्धारमैया

Mahadayi issue: Siddaramaiah says ball in BJP’s court

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि अंतर-राज्यीय महादयी नदी जल विवाद का समाधान करने के लिए गेंद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पाले में है।

बेलगावि (कर्नाटक)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि अंतर-राज्यीय महादयी नदी जल विवाद का समाधान करने के लिए गेंद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पाले में है। विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान मंत्रियों के अनुपस्थित रहने के खिलाफ भाजपा ने सदन में विधानसभा अध्यक्ष के आसन के निकट आकर विरोध जताया। इसके बाद सिद्धारमैया ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। जेडीएस के सदस्य कोनारेड्डी जब इस मुद्दे पर अपनी बात रख रहे थे तो उस समय केवल दो ही मंत्री लोकनिर्माण (पीडब्ल्यूडी) मंत्री एच सी महादेवप्पा और बेंगलुरू विकास मंत्री के जे जार्ज सदन में मौजूद थे।

सदन में जेडीएस के उपनेता वाई एस वी दत्ता ने सत्ता पक्ष की सीटों के खाली होने का जिक्र किया और इसके बाद उनकी पार्टी के सदस्यों के साथ भाजपा ने मांग की कि सदन की कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित कर दी जाये और मंत्रियों को उपस्थित होने के लिए कहा जाये।  इसके बाद भाजपा के सदस्यों ने आसन के निकट आकर मंत्रियों की अनुपस्थिति का विरोध जताया और सदन की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलाये जाने के बारे में सरकार की गंभीरता पर सवाल उठाये। इसके बाद भाजपा और कांग्रेस सदस्यों ने एक-दूसरे पर शब्दों के बाण चलाये। तब तक सिद्धारमैया और और कुछ मंत्री सदन में आये। 

जार्ज और महादेवप्पा की मौजूदगी का जिक्र का करते हुए सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘महादयी मुद्दे पर अब गेंद भाजपा के पाले में है। इस पर कुछ करने के लिए आपकी पार्टी (भाजपा) सरकार केन्द्र में है।’’  उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘दिल्ली जाये और इस मुद्दे पर केन्द्र में सत्तारूढ़ अपनी सरकार से कहे।’’ विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टार समेत भाजपा नेताओं ने पलटवार करते हुए सवाल किया कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने 10 वर्षों में क्या किया।

कर्नाटक सरकार का महादयी नदी जल के बटंवारे को लेकर पड़ोसी राज्य गोवा के साथ विवाद चल रहा है। महादयी जल विवाद न्यायाधिकरण ने पिछले सितम्बर में कहा था कि महाराष्ट्र समेत संबंधित राज्यों को विचार-विमर्श करके सौहार्दपूर्ण ढंग से जल विवाद का समाधान करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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