Madhya Pradesh : आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत
सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेन्द्र मणि पटेल ने बताया कि छतवई गांव में एक पेड़ के पास लकड़ी इकट्ठा करते समय छह वर्षीय लड़का और नौ वर्षीय लड़की आकाशीय बिजली की चपेट में आ गये, जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चे आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते थे।
मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में मंगलवार को आकाशीय बिजली की चपेट में आकर दो बच्चों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश व ओलावृष्टि हुई और भोपाल के कई इलाकों में तेज हवाओं के कारण पेड़ उखड़ गए।
सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेन्द्र मणि पटेल ने बताया कि छतवई गांव में एक पेड़ के पास लकड़ी इकट्ठा करते समय छह वर्षीय लड़का और नौ वर्षीय लड़की आकाशीय बिजली की चपेट में आ गये, जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चे आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते थे।
भोपाल, विदिशा, रायसेन समेत अन्य जिलों में कई स्थानों पर ओलावृष्टि हुई और आंधी आई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल कार्यालय के एक वैज्ञानिक ने बताया कि भोपाल में अधिकतम हवा की गति 74 किलोमीटर प्रति घंटा (किमी प्रति घंटा), सीहोर में 48 किलोमीटर प्रति घंटा और शाजापुर में 43 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि पूर्वी मध्य प्रदेश के सिंगरौली में 65 किमी प्रति घंटे और रीवा सहित अन्य स्थानों पर 50 किमी प्रति घंटे की अधिकतम वायु गति दर्ज की गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक बैठक की अध्यक्षता की और जिलाधिकारियों को ओलावृष्टि व मूसलाधार बारिश से क्षतिग्रस्त हुई फसलों का सर्वेक्षण कराने का निर्देश दिया।
यादव ने कहा, ओलावृष्टि और मूसलाधार बारिश से प्रभावित फसलों का गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ सर्वेक्षण कराया जाए और किसानों को उचित राहत राशि उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री, सांसद और विधायक सर्वेक्षण की निगरानी करें।
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