राष्ट्रपति भवन में मुर्मू के साथ दोपहर भोज मयूरभंज के निवासियों के लिए बना यादगार
ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले के पांच दर्जन लोगों के लिए सोमवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ दोपहर भोज करने का अवसर मिलना एक सपने के सच होने जैसा था।
भुवनेश्वर। ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले के पांच दर्जन लोगों के लिए सोमवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ दोपहर भोज करने का अवसर मिलना एक सपने के सच होने जैसा था। देश की पहले आदिवासी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए मुर्मू के गृह जिले के कम से कम 60 लोग उस समय हैरान रह गए जब अधिकारियों ने उनसे मुर्मू द्वारा आयोजित दोपहर भोज में शामिल होने का आग्रह किया।
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मयूरभंज जिले की पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सुजाता मुर्मू ने कहा, हम संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होकर बहुत खुश थे, लेकिन हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें राष्ट्रपति भवन में दोपहर के भोज के लिए आमंत्रित किया जाएगा। वह और कुछ अन्य महिला अतिथि पारंपरिक संथाली साड़ी पहनकर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई थीं।
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ऐसा ही गयमणि बेशरा और डांगी मुर्मू का अनुभव था। दोनों लंबे समय से राष्ट्रपति के करीबी थे और उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया था। उन्हें भी यह उम्मीद नहीं थी कि राष्ट्रपति उन्हें दोपहर भोज पर आमंत्रित करेंगी। मुर्मू के गृह जिले के निवासियों को राष्ट्रपति भवन के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण कराया गया और राष्ट्रपति कार्यालय दिखाया गया।
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