लॉकडाउन ने ढांचा मजबूत करने में की मदद, सिसोदिया ने कहा- हमारे पास वायरस से निपटने के लिए पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं हैं
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास कोरोना वायरस मामलों से निपटने के लिए पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की राहत टीमें दिन में दो बार लगभग दस लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।
नयी दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूर्ण लॉकडाउन ने दिल्ली सरकार को कोविड-19 से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए शहर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद की है। मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘‘सिटीज अगेंस्ट कोविड 19 ग्लोबल समिट 2020’’ को संबोधित करते हुए सिसोदिया ने इस खतरनाक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए किए गए दिल्ली सरकार के प्रमुख उपायों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि दिल्ली में कोविड-19 का पहला पुष्ट मामला दो मार्च को मिला था, इसलिए बीमारी के प्रसार पर अंकुश लगाना बहुत जरूरी था। पूर्ण लॉकडाउन ने हमें वायरस के बारे नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाने और हमारे स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए सक्षम बनाया ताकि बीमारी से प्रभावी ढंग से मुकाबला किया जा सके।’’
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उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास कोरोना वायरस मामलों से निपटने के लिए पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की राहत टीमें दिन में दो बार लगभग दस लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से आर्थिक गतिविधियों को बहाल करने की योजना है।’’ शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों द्वारा अपनाई गई आधुनिक कक्षा प्रौद्योगिकी ने छात्रों को सीखने का एक नया अनुभव दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सबसे अधिक संतुष्टि इस चीज से मिली है, वह है लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद होने की वजह से शैक्षणिक क्षति को कम करने के लिए विभिन्न नई शिक्षा पहलों को अपनाया जाना। हम किंडरगार्टन से लेकर 12वीं कक्षा तक के 9,00,000 छात्रों को ऑनलाइन शिक्षण मॉड्यूल प्रदान करने में सक्षम रहे हैं।’’
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सिसोदिया ने शिखर सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए खुशी व्यक्त की और कहा कि यह एक सुखद अनुभव रहा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 से निपटने में अपने अनुभवों को रखने के लिए आयोजित सीएसी ग्लोबल समिट 2020 में दुनिया भर के विभिन्न शहरों के नेताओं के साथ मुलाकात हुई। कोरोना वायरस द्वारा उत्पन्न भारी चुनौती हमें एक साथ आने और एक-दूसरे की मदद करने के लिए शानदार अवसर प्रदान करती है।’’ शिखर सम्मेलन में विश्व के 21 शहरों के मेयर और विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिनमें मास्को, जकार्ता, इस्तांबुल, बुडापेस्ट, तेहरान, तेल अवीव, ब्यूनस आयर्स, वैंकूवर और चोंगछिंग शामिल हैं।
Met with leaders of various cities across the world to learn from their experiences in fighting #COVID19 at the #CAC Global Summit 2020 by @Seoul_gov
— Manish Sisodia (@msisodia) June 2, 2020
The overwhelming challenge posed by #Corona offers great opportunities for us to come together & help each other!#ISeoulU pic.twitter.com/uXVlxs3aw6
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