लॉकडाउनः माता पिता से बिछड़ा चार साल का एक बच्चा एक महीने बाद अपने परिवार से मिला

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कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी बंद के बीच अपने माता पिता से बिछड़ा चार साल का एक बच्चा करीब एक महीने बाद अपने परिवार से मिला। इसमें दो दमकल कर्मियों ने अहम भूमिका निभाई।

वायनाड (केरल)। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी बंद के बीच अपने माता पिता से बिछड़ा चार साल का एक बच्चा करीब एक महीने बाद अपने परिवार से मिला। इसमें दो दमकल कर्मियों ने अहम भूमिका निभाई। बच्चे के पिता इलेक्ट्रीशियन हैं और उन्हें मध्य मार्च में घर पर पृथक-वास में रहने को कहा गया था। इसके बाद कलपेट्टा के पास कंबलाकड के रहने वाले बच्चे के माता पिता सजीत और विष्णुप्रिया ने बच्चे को पलक्कड़ जिले के शोरानूर में अपने एक रिश्तेदार के यहां भेज दिया था।

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सजीत कन्नूर के पय्यान्नूर में काम करते हैं और मार्च के मध्य में उस इलाकेमें कोरोना वायरस का मामला सामने आया था जिसके बाद उन्हें घर पर पृथक रहने के लिए कहा गया था। जब सजीत ने अपने पृथक-वास की अवधि पूरी की, तब देशव्यापी बंद लागू हो गया।इस वजह से वह अपने बच्चे को वापस नहीं ला पाए।

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दंपत्ति ने मदद के लिए कलपेट्टा के विधायक सीके ससीन्द्रन से संपर्क किया। इसके बाद विधायक ने वायनाड की कलेक्टर डॉ अदीला अब्दुल्ला से संपर्क किया। उन्होंने बच्चे को उसके माता-पिता से मिलाने की पहल की।। इसके बाद पलक्कड़ से दमकल और बचावकर्मियों अनूप और संतोष ने शुक्रवार सुबह शोरानूर से बच्चे और उसके एक रिश्तेदार को अपनी गाड़ी में बैठाया और उन्हें कोझीकोड लाए तथा उन्हें कलपेट्टा के अपने समकक्ष को सौंप दिया। इसके बाद बच्चे को वायनाड में उसके माता-पिता से मिलाया गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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